M:- गंगे रानी भव से तारे आन पड़ा अब तेरे द्वारे
माँ जन कल्याणी को प्रणाम गंगा माई करो कल्याण
है महामाई करो कल्याण
तुमसे है ये जग उजियारा पतितो को तूने सदा उबारा -२
माँ मन्दाकिनी हे वरदानी -२ , सबको दे दो कृपा का दान -२
गंगे रानी भव से से तारे आन पड़ा अब तेरे द्वारे
माँ जन कल्याणी को प्रणाम गंगा माई करो कल्याण
है महामाई करो कल्याण
तेरे तट पर जो भी आया खाली नहीं तुमने लौटाया -२
हे दुःख हारिणि माँ भवतारिणी -२,करती दुनिया है गुणगान -२
गंगे रानी भव से से तारे आन पड़ा अब तेरे द्वारे
माँ जन कल्याणी को प्रणाम गंगा माई करो कल्याण
है महामाई करो कल्याण
तू पाप नाशिनी मैया तू ही संभाले जीवन नैया -२
बीच भंवर से पार लगा दे -२ , तुझमे ही माँ बसे है प्राण -२
गंगे रानी भव से से तारे आन पड़ा अब तेरे द्वारे
माँ जन कल्याणी को प्रणाम गंगा माई करो कल्याण
है महामाई करो कल्याण
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