चार सखी बतलाणे लगी जय जय बालाजी गाणे लगी-2
की नाच नाच के सुणांने लगी जय बालाजी गाणे लगी-2
चार सखी बतलाणे लगी जय जय बालाजी गाणे लगी
की पहली सखी न्यू कहने बहना रात मन्ने देखा सपना-2
मेहंदी पुर में खड़ा हनुमान-2
संग माँ थी है माँ अंजना -2
सच सच हाल बताणे लगी जय जय बालाजी गाणे लगी
चार सखी बतलाणे लगी जय जय बालाजी गाणे लगी -2
दूजी सखी कहे सुनो बैबे संग श्री राम के मन्ने देखे-2
बण ठन के मा बड़ा लक्ष्मण-2
बजरंग बाण लिए देखे-2
भोर भई बस आँख खुली जय जय बालाजी गाणे लगी
चार सखी बतलाणे लगी जय जय बालाजी गाणे लगी
तीजी सखी बोली दईया रे दईया सपने में देखि दुर्गे मैय्या-2
शेर सवारी पे माता चली-2
वीर हनुमाना चले पइया -2
कर में ध्वजा लहराने लगी जय जय बालाजी गाणे लगी
चार सखी बतलाणे लगी जय जय बालाजी गाणे लगी
चौथी सखी बोली फागुण में होली खेले मेहंदी पुर में-2
प्रेत राज संग भैरव थे-2
भगत रँगे अपने रंग में-2
राज मैहर की बात रंगी जय जय बालाजी गाणे लगी
चार सखी बतलाणे लगी जय जय बालाजी गाणे लगी
जय जय बालाजी गाणे लगी -5
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