M:- तेरी तस्वीर से दिल बहलता नहीं
तेरी तस्वीर से दिल बहलता नहीं
तू भी आती नहीं दम निकलता नहीं
तेरी तस्वीर से दिल बहलता नहीं
तू भी आती नहीं दम निकलता नहीं
तूने बदले है लाखो मुकदर मगर
क्यों मेरा ये मुकदर बदलता नहीं
तेरी तस्वीर से दिल बहलता नहीं
तू भी आती नहीं दम निकलता नहीं
M:- अश्क रुकते नहीं नींद आती नहीं
बेकारी भी इस दिल से जाती नहीं
बेकारी भी इस दिल से जाती नहीं
लाख समझया है मैंने दिल को मगर
दिल पागल फिर भी ये संभालता नहीं
तेरी तस्वीर से दिल बहलता नहीं
तू भी आती नहीं दम निकलता नहीं
थे वीराने जहाँ तूने गुलशन किये
तूने जीवन सभी के है रोशन किये
तूने जीवन सभी के है रोशन किये
मेरे जीवन की अँधियारो राहो में माँ
एक दिया भी ख़ुशी का क्यों जलता है
तेरी तस्वीर से दिल बहलता नहीं
तू भी आती नहीं दम निकलता नहीं
आखिरी वक्त है पर खुली है नजर
आँखे तकती है अब भी माँ तेरी डगर
आँखे तकती है अब भी माँ तेरी डगर
सुन के फ़रियाद भी अपने इस दास की
सुन के फ़रियाद भी अपने इस दास की
दिल मेरा भला क्यों पिघलता नहीं
तेरी तस्वीर से दिल बहलता नहीं
तू भी आती नहीं दम निकलता नहीं
तेरी तस्वीर से दिल बहलता नहीं
तू भी आती नहीं दम निकलता नहीं
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