Current Date: 19 Dec, 2024

एक भक्तों के मन की भावना

- Prem Prakash Dubey


एक भक्तों के मन की भावना भक्त हट्टी होता है! गणेश जी से कहता है प्रभु आपको मेरे घर तो आना ही पड़ेगा मेरा भाग्य जगाने के लिए

गणेशा गणेशा गणेशा तुझको आना पड़ेगा, आना पड़ेगा! मेरा भाग्य भगवन जगाना पड़ेगा -2! गणेशा गणेशा तुझको आना पड़ेगा, आना पड़ेगा! मेरा भाग्य भगवन जगाना पड़ेगा -2! 

पूजा ना जानू अर्चन ना जानू -2! हो पूजा ना जानू अर्चन ना जानू! भगवान जप तप या सुमिरन ना जानू -2! ओ बप्पा मेरे....... करूं भेंट क्या-क्या चढ़ाऊं तुम्हें! ओ बप्पा मेरे कैसे ध्याऊँ तुम्हें! गणेशा गणेशा गणेशा तुझको आना पड़ेगा, आना पड़ेगा! मेरा भाग्य भगवन जगाना पड़ेगा -2!

ना मोदक ना मेवा ,ना साधन प्रभु -3! ना धन है जो कर दूं मैं, अर्पण प्रभु -3! ना बल बुद्धि विद्या -2, ना उपचार है! समर्पित है सेवा में तन मन प्रभु! गणेशा गणेशा गणेशा तुझको आना पड़ेगा, आना पड़ेगा! मेरा भाग्य भगवन जगाना पड़ेगा -2!

गजानन तुम्हीं सब के आधार हो -2! हो गजानन तुम्हीं सब के आधार हो! तुम्हीं सच्चिदानंद साकार हो -2! तुम्हीं रिद्धि सिद्धि -2 के स्वामी प्रभु! तुमही कृति सुख यश के दातार हो! गणेशा गणेशा गणेशा तुझको आना पड़ेगा, आना पड़ेगा! मेरा भाग्य भगवन जगाना पड़ेगा -2!

जय गणनायक विघ्न विनाशक -2! जय वर दायक सिद्धिविनायक -2! जय गणनायक विघ्न विनाशक -2! जय वर दायक सिद्धिविनायक -6! 
 

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