Current Date: 17 Nov, 2024

एकादशी के दिन गलती से भी ना करें ये काम (Ekadashi Ke Din Galti Se Bhi Na Kare Ye Kaam)

- The Lekh


पापांकुशा एकादशी तिथि का व्रत रख रहे हैं या परिवार में कोई रह रहा है तो दशमी तिथि से ही चावल और तामसिक भोजन से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। दशमी पर सात तरह के अनाज, इनमें गेहूं, उड़द, मूंग, चना, जौ, चावल और मसूर की दाल नहीं खानी चाहिए, क्योंकि इन सातों अनाजों की पूजा एकादशी के दिन की जाती है। पापांकुशा एकादशी पर ईश्वर का भजन और स्मरण रखने का विधान है। व्रत करने वालों को क्रोध, अहंकार, झूठ, फरेब आदि चीजों से दूर रहना चाहिए। साथ ही इस दिन सोना, तिल, गाय, अन्न, जल आदि चीजों का दान करना बहुत शुभ माना गया है।

एकादशी के दिन आपको निम्नलिखित काम नहीं करने चाहिए:

व्रत के बाहर खाना: व्रत के दिन अनाज, अन्धे, लहसुन, प्याज, गोंद, आलू, ब्रिंजल, बेल, कद्दू, तिल, बीट, खीरा, चुकंदर, बैंगन, चावल, उदद, चना, मूंग, मसूर, तूर दाल आदि का सेवन नहीं करना चाहिए.
 
व्रती के बिना भोजन बांधना: एकादशी के दिन, व्रत करने वाले के बिना भोजन का आयोजन नहीं करना चाहिए.
 
जागरण या रात्रि जागरूकता: एकादशी के दिन रात्रि भर जागरण करना या अध्ययन करना नहीं करना चाहिए.
 
अधिक श्रापित कार्य: एकादशी के दिन अशुभ श्रापित कार्य जैसे कि नई शादी, मृत्यु संबंधित कार्य, भूत-प्रेत के संबंध में जागरूकता आदि करना नहीं चाहिए.
 
विष्णु मूर्ति के बिना सोना: एकादशी के दिन भगवान विष्णु की मूर्ति के बिना सोना नहीं करना चाहिए.
 
एकादशी के दिन, भक्त विष्णु भगवान की पूजा और भक्ति में विशेष रूप से व्यस्त रहते हैं और उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। यह व्रत भक्ति और साधना के माध्यम से आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में मदद कर सकता है।

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