Current Date: 19 Dec, 2024

एक फकीरा माँ के दर पे

- Kumar Vishu


कोरस :-     जय जय जय माँ जय जय जय माँ 
    अम्बे माँ जय माँ अम्बे माँ जय माँ अम्बे माँ 
M:-    एक फकीरा माँ के दर पे 
कोरस :-     एक फकीरा माँ के दर पे 
M:-    हो एक फकीरा माँ के दर पे बोल रहा जयकारा 
कोरस :-     जय जय जय माँ जय जय जय माँ 
M:-    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा 
कोरस :-    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा 

M:-     एक फकीरा माँ के दर पे 
    हो एक फकीरा माँ के दर पे बोल रहा जयकारा 
कोरस :-     जय जय जय माँ जय जय जय माँ 
M:-    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा 
कोरस :-    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा 

M:-    ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर जी माँ की महिमा गाते 
कोरस :-     ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर जी माँ की महिमा गाते 
M:-    ऋषि मुनि ज्ञानी और ध्यानी माँ को शीश नवाते 
कोरस :-    ऋषि मुनि ज्ञानी और ध्यानी माँ को शीश नवाते 
M:-    माता ज्वाला की ज्योति का भक्तो अजब नजारा 
कोरस :-     जय जय जय माँ जय जय जय माँ 
M:-    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा 
कोरस :-    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा 
    जय जय जय माँ जय जय जय माँ ओ ओ ओ ....

M:-    बड़े बड़े दानी महादानी माँ को रोज है ध्याते 
कोरस :-    बड़े बड़े दानी महादानी माँ को रोज है ध्याते 
M:-    मन की इच्छा पूरी करते मन चाहा फल पाते 
कोरस :-     मन की इच्छा पूरी करते मन चाहा फल पाते 
M:-    एक नहीं जहाँ लाखो करोडो झुकता है जग सारा 
कोरस :-     जय जय जय माँ जय जय जय माँ 
M:-    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा 
कोरस :-    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा 

M:-    किरपा करती मात भवानी जो दर माँ के जाए 
कोरस :-     किरपा करती मात भवानी जो दर माँ के जाए 
M:-    जाने कितने दीवाने तर गए माँ दर शीश झुकाये 
कोरस :-     जाने कितने दीवाने तर गए माँ दर शीश झुकाये 
M:-    भव सागर से अब मैया सबको पार उतारा
कोरस :-     जय जय जय माँ जय जय जय माँ 
M:-    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा 
कोरस :-    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा 

M:-    एक फकीरा माँ के दर पे 
    हो एक फकीरा माँ के दर पे बोल रहा जयकारा 
कोरस :-     जय जय जय माँ जय जय जय माँ 
M:-    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा 
कोरस :-    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा
    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा
    माँ के दर पर आकर झुकता भकतो आलम सारा

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।