F:- राधा बन एक बार तो देखो मेरे सांवरिया मेरे सांवरिया
राधा बन एक बार तो देखो मेरे सांवरिया मेरे सांवरिया
रो रो कर कान्हा से बोली राधा बावरिया राधा बावरिया
सूनी पड़ी गलियाँ मधुबन की छिन गयी रौनक है, निधि वन की -2
सुध बुध न रही अब तन मन की अपनी नींदें उड़ाकर देखो
मेरे सांवरिया मेरे सांवरिया
राधा बन एक बार तो देखो मेरे सांवरिया मेरे सांवरिया
आंसू की क्या पीड़ा होती बिरहा मे आंखे क्यूँ रोती -2
निंदिया बुलाती पर न सोती मन अपना भी , दुखाकर देखो
मेरे सांवरिया मेरे सांवरिया
राधा बन एक बार तो देखो मेरे सांवरिया मेरे सांवरिया
कोई सुने न जो, तेरे दुखड़े टूट के होंगे दिल के जो टुकड़े -2
मुरझाए तानों से मुखड़े जख्मो को सहलाकर देखो
मेरे सांवरिया मेरे सांवरिया
राधा बन एक बार तो देखो मेरे सांवरिया मेरे सांवरिया
काटे न कटते, ये पल तुझ बिन रतियाँ बिताती, तारे गिन गिन -2
बिल जल तड़पे, जैसे कोई मीन ख़ुद को कभी तड़पा कर देखो
मेरे सांवरिया मेरे सांवरिया
राधा बन एक बार तो देखो मेरे सांवरिया मेरे सांवरिया
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