🎵जगदाती पहाड़ों वाली माँ🎵
🙏 गायक: सोनू निगम
🎼 संगीत: सुरिन्द्र कोहली और अमर-उत्पल
विवरण:
जग दाती पहाड़ों वाली माँ भजन में एक भक्त अपनी कठिनाइयों और दुखों के समय माँ दुर्गा से मदद की याचना करता है। वह माँ से अपनी बिगड़ी हालत को सुधारने, दरिद्रता को दूर करने और जीवन के कठिन रास्तों पर मार्गदर्शन की प्रार्थना करता है। इस भजन में भक्त की भावना है कि माँ दुर्गा उनके जीवन की सबसे बड़ी सहारा हैं और उनके बिना कोई अन्य सहारा नहीं। माँ की शक्ति और कृपा से ही भक्त को अपने दुखों से मुक्ति और रास्ता मिलता है। यह भजन भक्तों में विश्वास और आस्था का संचार करता है, यह दर्शाता है कि हर मुश्किल समय में माँ का आशीर्वाद सबसे महत्वपूर्ण होता है।
गीत के बोल:
जगदाती पहाड़ों वाली माँ,
मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ,
मेरा और सहारा कोई ना,
मेरी लाज बचाने आ जाओ,
जगदाती पहाड़ों वाली माँ,
मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ ॥
मैं निर्बल निर्धन दिन बड़ा,
मैं घिर गया गम के घेरों में,
मां ज्योति रुपा भय हरनी,
कहीं डूब ना जाऊं अंधेरों में,
कमजोर हूं मैं मैया,
मेरी चिंता मिटाने आजाओ,
मेरी चिंता मिटाने आजाओ,
जग दाती पहाड़ो वाली मां,
मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ ॥
तेरे भरे हुए भंडार है माँ,
मोहताज मैं दाने दाने का,
तेरे होते हुए दिल कांप रहा,
तेरे द्वार के इस दीवाने का,
मेरी नाव भंवर में फंसी,
इसे पार लगाने आ जाओ,
इसे पार लगाने आ जाओ,
जग दाती पहाड़ो वाली मां,
मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ ॥
कहीं एक गरीब की कुटिया ना,
लोगों की नजर से गिर जाए,
विश्वास के रंगों पर मैया,
कहीं पानी ही ना फिर जाए,
क्या करूं कुछ सूझे ना,
मुझे रास्ता दिखाने आ जाओ,
मुझे रास्ता दिखाने आ जाओ,
जग दाती पहाड़ो वाली मां,
मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ ॥
जगदाती पहाड़ों वाली माँ,
मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ,
मेरा और सहारा कोई ना,
मेरी लाज बचाने आ जाओ,
जगदाती पहाड़ो वाली मां,
मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ ॥
Credit Details :
Song: Jag Daati Pahadon Wali Maa
Singer: Sonu Nigam
Music Director: Surindra Kohli, Amar- Utpal
Lyricist: Bharat Acharya, Balbir Nirdosh, Naqsh Laayalpuri
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