🎵पट खोल दे पुजारी मंदिर के🎵
🙏 गायक: शीला कलसन
🎼 संगीत: प्रदीप पांचाल
विवरण:
पट खोल दे पुजारी मंदिर के भजन में भक्त माता के आभूषणों और उनकी सुंदरता का वर्णन करते हैं, जैसे माँ के माथे की बिंदिया, नैनों में कजरा, गले में माला, बाजूबंद, पायल और चूड़ियाँ। शिला कालसन द्वारा गाया गया यह भजन माता के आभूषणों के माध्यम से उनकी दिव्यता और महिमा को उजागर करता है। भक्त पुजारी से आग्रह करते हैं कि मंदिर के पट खोले जाएं, ताकि वे माँ के दर्शन कर सकें। भजन में प्रत्येक अंग का महत्त्व बताया गया है—माँ के शरीर के आभूषणों से लेकर उनके चरणों तक। यह भजन भक्तों को माता की कृपा प्राप्त करने की प्रेरणा देता है और भक्तिपूर्ण माहौल उत्पन्न करता है।
गीत के बोल:
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया,
बारह महीने मैया कहीं भी रहना,
जयपुर से तेरी मैया चुनरी मंगाई,
चुनरी मंगाई तेरी चुनरी मंगाई,
चुनरी ओढ़ के जाना जगदंबे मैया,
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया,
दिल्ली से तेरा मैया चोला मंगाया,
चोला मंगाया तेरा चोला मंगाया,
चोला पहन के जाना जगदंबे मैया,
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया,
मुकुट तेरा गुजरात से मंगाया,
गुजरात से मंगाया गुजरात से मंगाया,
मुकुट पहन के जाना जगदंबे मैया,
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया,
मुंबई से तेरा सिंगार मंगाया,
सिंगार मंगाया सिंगार मंगाया,
सिंगार करके जाना जगदंबे मैया,
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया,
घर में छप्पन भोग बनाए,
भोग बनाए मैया भोग बनाए,
भोजन करके जाना जगदंबे मैया,
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया
Credit Details :
Song: Pat Khol De Pujari Mandir Ke
Singer: Sheela Kalson
Music: Pardeep Panchal
Lyrics & Composer: Traditional
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