🎵पिये लहू की प्याली रे मैया🎵
🙏 गायक: शाहनाज़ अख्तर
🎼 संगीत: प्रतीक श्रीवास्तव
विवरण:
पिये लहू की प्याली रे मइया एक शक्तिशाली भजन है, जिसे शहनाज़ अख्तर ने अपनी सशक्त आवाज़ में प्रस्तुत किया है। इस भजन में माँ काली के उग्र और विकराल रूप का वर्णन किया गया है, जहाँ वह अपनी बिखरी काली लटों के साथ समर में किलकारी भरते हुए राक्षसों का नाश करती हैं। भजन में माँ काली की विजयी मूरत को नाचते हुए और लहू की प्याली पीते हुए दिखाया गया है, जो बुराई का अंत और अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
इस भजन को सुनते ही आप माँ काली के इस उग्र रूप और उनकी अपार शक्ति का अनुभव करेंगे, और माँ के साहसिक समर को महसूस कर उनकी महिमा का गुणगान करेंगे।
गीत के बोल:
नाचे छमा छम काली ये मइयां
नाचे छमा छम काली रे,
पिये लहू की प्याली जे मइयां
पिये लहू की प्याली रे
लट बिखराये कारी कारी
काली मइयां ले किलकारी,
चले समर महारानी ये मैया
चले समर महारानी रे,
पिये लहू की प्याली ये मइयां…
रण भूमि में जा ललकारी
भागे असुर जो था बलकारी,
रूप धरे विकराली ये मइयां
रूप धरे विकराली,
पिये लहू की प्याली ये मइयां…
खड़ा त्रिशूल हाथ में ढाला
महा प्रलय की बन गई ज्वाला,
हाथो में धरे कपाली रे हाथो में
धरे कपाली रे,
पिये लहू की प्याली ये मइयां…
सब देवो की विपता मिटाई
ये सेहनाज तेरे दर पे आई,
दया करो सबपे जगदमबा
सदा रहे खुशहाली रे,
पिये लहू की प्याली ये मइयां…..
Credit Details :
Song: Piye Lahu Ki Pyali Re Maiya
Singer: Shahnaaz Akhtar
Music: Prateek Shrivastava
Lyrics: Shahnaz Akhtar
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