🎵मां के रहते भक्त कभी रो नहीं सकता🎵
🙏 गायक: सौरभ-मधुकर
🎼 गीत: जय शंकर चौधरी बनवारी
विवरण:
माँ के रहते भगत कभी रो नहीं सकता एक अद्भुत भजन है, जिसे सौरभ-मधुकर की जोड़ी ने भावपूर्ण अंदाज़ में प्रस्तुत किया है। इस भजन में भक्तों का माँ के प्रति गहरा विश्वास और समर्पण व्यक्त किया गया है। माँ अपने भक्तों की हर पुकार को सुनती हैं और उन्हें कभी दुखी नहीं होने देतीं। भक्त चाहे माँ को बुलाना भूल जाए, लेकिन माँ अपने भक्तों का कभी साथ नहीं छोड़ती।
यह भजन सुनते ही आप माँ की कृपा और प्रेम का अनुभव करेंगे, जो हर संकट में अपने भक्तों की रक्षा करती हैं और उनके जीवन को खुशियों से भर देती हैं
गीत के बोल:
माँ के रहते भगत
कभी रो नहीं सकता
भक्त भुलाये माँ नहीं आये
हो नहीं सकता
भगत तो जान है इसकी
भगत में प्राण अटके है
भगत को याद कर कर के
इसके दिन रात कट ते है
और कही पर मैया का
दिल नहीं लगता
भक्त भुलाये माँ नहीं आये
हो नहीं सकता
भगत ठोकर खा कर गिरता
इसको चोट आती है
भक्त के पास में इसकी
आत्मा दौड़ जाती है
मंदिर में रुकना के
फिर दिल नहीं करता
भक्त भुलाये माँ नहीं आये
हो नहीं सकता
चाहे घर में चाहे मंदिर में
माँ तो बस माँ ही होती है
भगत के आँख भर आये
तो आँखे माँ की रोटी है
माँ की तुलना कोई भी
कर नहीं सकता
भक्त भुलाये माँ नहीं आये
हो नहीं सकता
बुरी नजरो से ये मैया
बचा के रखती है
सीने से वनवारी हमको ये
मियां लगा कर रखती है
ऊँगली पकड़ कर रखती
बेटा खो नहीं सकता
भक्त भुलाये माँ नहीं आये
हो नहीं सकता
Credit Details :
Song: Maa Ke Rahte Bhakt Kabhi Ro Nahi Sakta
Singer: Saurabh-Madhukar
Lyrics: Jay Shankar Chaudhary Banwari
Music: Kamlesh Deepak Drolia
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