ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है,
निचे हम रहते,
ऊपर मैया जी का डेरा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है ॥
तर्ज – बाबुल का ये घर।
मैया जी के द्वारे पे,
अँधा पुकार रहा,
अंधे को आँखे दो,
उसे तेरा ही सहारा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है ॥
मैया जी के द्वारे पे,
कोढ़ी पुकार रहा,
कोढ़ी को काया दो,
उसे तेरा ही सहारा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है ॥
मैया जी के द्वारे पे,
निर्धन पुकार रहा,
निर्धन को माया दो,
उसे तेरा ही सहारा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है ॥
मैया जी के द्वारे पे,
बांझन पुकार रही,
बांझन को संतान दो,
उसे तेरा ही सहारा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है ॥
मैया जी के द्वारे पे,
कन्या पुकार रही,
कन्या को वर घर दो,
उसे तेरा ही सहारा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है ॥
मैया जी के द्वारे पे,
भगत पुकार रहे,
भक्तो को दर्शन दो,
उन्हें तेरा ही सहारा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है ॥
ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है,
निचे हम रहते,
ऊपर मैया जी का डेरा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है ॥
Credit Details :
Song: Unche Unche Pahado Pe Maiya Ji Ka Basera Hai
Singer: Rekha Garg
Lyrics & Composer: Traditional
Music: Rinku Gujral
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