🎵मईया तेरा जलवा कहाँ पे नहीं है🎵
🙏 गायक: रेखा गर्ग
🎼 सगीत: रिंकू गुजराल
विवरण:
मइया तेरा जलवा कहा पे नहीं है रेखा गर्ग द्वारा गाया गया एक भावपूर्ण भजन है, जिसमें माँ की सर्वव्यापकता और उनकी दिव्यता का वर्णन किया गया है। भजन में कहा गया है कि माँ का चमत्कार हर जगह विद्यमान है और उनका आशीर्वाद भक्तों के जीवन में हर संकट से उबारता है। भजन में भक्ति, सत्संग, और सच्चे विश्वास के महत्व को बताया गया है, जहाँ भक्त माँ के सत्संग का प्याला पीते हैं और उनके आशीर्वाद से गिरते नहीं हैं। अंत में, यह संदेश दिया गया है कि केवल वही लोग माँ को नहीं देख पाते, जिनकी आँखों पर अज्ञानता का पर्दा पड़ा हुआ है।
गीत के बोल:
हमको ये तो बता दो ओ मैया
तेरा जलवा कहा पे नही है
लोग पिते है पी पी के गिरते
हम पीते है फिर भी ना गिरते
हम तो पीते है सत्संग का प्याला
कोई अंगूरी की मदिरा नही है
हमको ये तो बता दो ओ मैया
तेरा जलवा कहा पे नही है
लोग दुःख में प्रभु को पुकारे
और सुख में प्रभु को
लोग खाते है खा खा के सोते
हम तो खाते है फिर भी ना सोते
हम तो खाते है हल्वा और पूरी
कोई इडलि या ढोसा नही है
हमको ये तो बता दो ओ मैया
तेरा जलवा कहा पे नही है
आँख वालो ने तुम को देखा
कान वालो ने तुमको सुना है
तुमको देखा नही उसी ने
जिसकी आँखों पे पर्दा पड़ा है
हमको ये तो बता दो ओ मैया
तेरा जलवा कहा पे नही है
हमको ये तो बता दो ओ मैया
तेरा जलवा कहा पे नही है
Credit Details :
Song: Maiya Tera Jalwa Kaha Pe Nahi Hai
Singer: Rekha Garg
Music: Rinku Gujral
Lyrics & Composer: Traditional
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