Current Date: 21 Nov, 2024
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नवरात्रि Special मेरी झोली छोटी पड़ गई - Meri Jholi Chhoti Pad Gai Re

- Narendra Chanchal


🎵मेरी झोली छोटी पड़ गई रे 🎵

🙏 गायक: नरेंद्र चंचल
🎼 सगीत: सुरिंदर कोहली

विवरण:
मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे भजन में प्रसिद्ध गायक नरेंद्र चंचल ने माँ के प्रति अपनी असीम श्रद्धा और आभार को प्रस्तुत किया है। इस भजन में भक्त माँ से मिली अनंत कृपा का गुणगान करता है, और बताता है कि उसकी तकदीर को जगाने से लेकर हर मुश्किल में मदद करने तक, माँ ने उसकी हर इच्छा पूरी की है।

भजन में भक्त अपने अनुभवों के आधार पर माँ की महिमा का वर्णन करता है, वह बताता है कि माँ ने उसकी बिगड़ी तकदीर को कैसे बनाया और उसे हर संकट से उबारा। माँ के आशीर्वाद इतने विशाल हैं कि उसकी झोली उन आशीर्वादों को समेटने में छोटी पड़ जाती है। माँ की महिमा का गुणगान करते हुए भक्त सभी को माँ का आश्रय लेने का संदेश देता है।

गीत के बोल:
मेरी माँ खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को,
तार दे तू मैया,
इस गरीब को ।।

माँ खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को।।

तेरे दर आके दुख,
दिल के मैं रोता हूँ,
अश्कों से तेरे मैया,
चरणों को धोता हूँ ।।

तेरे होते दाती क्यों,
दुखियाँ मैं होता हूँ,
चैन से ना जिऊँ मैया,
चैन से ना सोता हूँ ।।

गले से लगा लो,
बदनसीब को,
माँ खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को।।

ज्योत मैं जगाऊँ तेरी,
सांझ सवेरे,
दूर करो मैया मेरे,
गम के अंधेरे ।।

कष्ट निवारो मैया,
अब तुम मेरे,
आके गिरा हूँ मैया,
शरण में तेरे ।।

भूलों ना माँ अपने,
अजीज को,
माँ खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को।।

अपने ‘सलीम’ को,
दे दो दिलासा माँ,
ममता से भर दो मैया,
मेरा भी कासा माँ ।।

दूर ना जाए मेरे,
मुखड़े से हासा माँ,
जाए ना दर से तेरा,
‘कोमल’निरासा माँ ।।

तोड़ो ना माँ मेरी,
इस उम्मीद को,
माँ खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को।।

मेरी माँ खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को,
तार दे तू मैया,
इस गरीब को ।।

माँ खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को।।

Credit Details :

Song: Meri Jholi Chhoti Pad Gai Re
Singer: Narendra Chanchal
Music Director: Surinder Kohli
Lyricist: Saral Kavi

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