🎵दूजा कोई द्वार ना दिखे🎵
🙏 गायक: लखबीर सिंह लक्खा
🎼 गीत: दीप मोहम्मदाबादी
विवरण:
दूजा कोई द्वार न दिखे एक भावपूर्ण भजन है, जिसे लखबीर सिंह लक्खा ने अपनी सुरीली आवाज़ में प्रस्तुत किया है। इस भजन में भक्त की माँ के प्रति गहरी श्रद्धा और समर्पण को दर्शाया गया है, जहाँ भक्त किसी और शरण की कल्पना भी नहीं करते। माँ का दरबार ही उनका एकमात्र सहारा है, जहाँ वे अपने दुखों को व्यक्त करते हैं और माँ से कृपा की प्रार्थना करते हैं।
इस भजन को सुनते ही आप माँ की शरण में अपने समर्पण और विश्वास को और गहरा महसूस करेंगे, और उनकी कृपा से अपने जीवन की कठिनाइयों का समाधान पाएंगे।
गीत के बोल:
तेरे दर को मै छोड कहा जाऊ ।
माँ दूजा कोई द्वार न दिखे ।।
अपना दुखडा मै किसको सुनाओ,
माँ दूजा कोई द्वार न दिखे ।
तेरे दर को मै छोड कहा जाओ,
माँ दूजा कोई द्वार न दिखे ।।
इक आस मुझे तुमसे है मैया,
टूटे कही न विश्वास मेरा मैया ।
तेरे सिवा कहा झोली फैलाऊ,
माँ दूजा कोई द्वार न दिखे ।।
तेरे दर को मै छोड कहा जाऊ ।।
तेरे आगे मैने दामन पसरा है,
मुझको ये मैया तेरा ही सहारा है ।
कहा जाऊ जहा जाके कुछ पाउ,
माँ दूजा कोई द्वार न दिखे ।।
तेरे दर को मै छोड कहा जाऊ ।।
मै भी आया मैया बन के सवाली है,
तेरे दर से गया न कोई ख़ाली है ।
कैसे आज में निराश होंके जाऊ,
माँ दूजा कोई द्वार न दिखे ।।
तेरे दर को मै छोड कहा जाऊ ।।
Credit Details :
Song: Dooja Koi Dwar Na Dikhe
Singer: Lakhbir Singh Lakkha
Music Director: Durga-Natraj
Lyricist: Deep Mohamdabadi
Album: Sundar Saja Hai Dwara
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