🎵नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया🎵
🙏 गायक: कोमल गौरी
🎼 संगीत: प्रदीप पांचाल
विवरण:
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया भजन में भक्त माता जगदंबे से अपने घर आने का आशीर्वाद मांगते हैं। कोमल गौरी द्वारा गाया गया यह भजन माँ के चरणों में श्रद्धा और भक्ति की अभिव्यक्ति है। भजन में विभिन्न स्थानों से माता के श्रृंगार, चोला, चुनरी, और मुकुट मंगवाने की बात की जाती है, जैसे जयपुर, दिल्ली, गुजरात और मुंबई से। भक्त माँ को भोग अर्पित करके उनकी कृपा पाने की प्रार्थना करते हैं। यह भजन हर श्रद्धालु के दिल में भक्ति और विश्वास का दीप जलाता है, और माता के दर्शन की लालसा को और भी प्रगाढ़ करता है।
गीत के बोल:
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया,
बारह महीने मैया कहीं भी रहना,
जयपुर से तेरी मैया चुनरी मंगाई,
चुनरी मंगाई तेरी चुनरी मंगाई,
चुनरी ओढ़ के जाना जगदंबे मैया,
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया,
दिल्ली से तेरा मैया चोला मंगाया,
चोला मंगाया तेरा चोला मंगाया,
चोला पहन के जाना जगदंबे मैया,
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया,
मुकुट तेरा गुजरात से मंगाया,
गुजरात से मंगाया गुजरात से मंगाया,
मुकुट पहन के जाना जगदंबे मैया,
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया,
मुंबई से तेरा सिंगार मंगाया,
सिंगार मंगाया सिंगार मंगाया,
सिंगार करके जाना जगदंबे मैया,
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया,
घर में छप्पन भोग बनाए,
भोग बनाए मैया भोग बनाए,
भोजन करके जाना जगदंबे मैया,
नौ दिन मेरे घर आना जगदंबे मैया
Credit Details :
Song: Nau Din Mere Ghar Aana Jagdambe Maiya
Singer: Komal Gouri
Music: Pardeep Panchal
Lyrics & Composer: Traditional
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।