🎵जय संतोषी माता🎵
🙏 गायक: अनुराधा पौडवाल
🎼 संगीत: अरुण पौडवाल
विवरण:
जय सन्तोषी माता भजन में माँ सन्तोषी की महिमा का गुणगान किया गया है, जो अपने भक्तों को हर प्रकार की सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं। इस भजन में उनके रूप, आभूषण और आशीर्वाद का सुंदर चित्रण किया गया है। माँ सन्तोषी के सुनहरे वस्त्र, चंद्रमा की भांति शीतल मुस्कान, और उनके प्रिय पदार्थ जैसे गुड़ और चने का उल्लेख है, जो उनके भक्तों के लिए आशीर्वाद रूप में होते हैं। यह भजन विशेष रूप से शुक्रवार के दिन उन्हें पूजा जाता है और भक्तों को उनके संकटों से उबारने का आशीर्वाद प्रदान करता है। भजन में यह भी कहा गया है कि जो भक्त सच्चे मन से माँ सन्तोषी की पूजा करते हैं, वे अपनी इच्छाओं की पूर्ति प्राप्त करते हैं और उनके जीवन में सुख, धन और समृद्धि आती है। यह भजन श्रद्धा और भक्ति से भरा हुआ है और भक्तों को मानसिक शांति और सुख प्रदान करता है।
गीत के बोल:
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ।
अपने सेवक जन की,
सुख सम्पति दाता ॥
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥
सुन्दर चीर सुनहरी,
मां धारण कीन्हो ।
हीरा पन्ना दमके,
तन श्रृंगार लीन्हो ॥
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥
गेरू लाल छटा छबि,
बदन कमल सोहे ।
मंद हंसत करुणामयी,
त्रिभुवन जन मोहे ॥
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥
स्वर्ण सिंहासन बैठी,
चंवर दुरे प्यारे ।
धूप, दीप, मधु, मेवा,
भोज धरे न्यारे ॥
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥
गुड़ अरु चना परम प्रिय,
तामें संतोष कियो ।
संतोषी कहलाई,
भक्तन वैभव दियो ॥
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥
शुक्रवार प्रिय मानत,
आज दिवस सोही ।
भक्त मंडली छाई,
कथा सुनत मोही ॥
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥
मंदिर जग मग ज्योति,
मंगल ध्वनि छाई ।
विनय करें हम सेवक,
चरनन सिर नाई ॥
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥
भक्ति भावमय पूजा,
अंगीकृत कीजै ।
जो मन बसे हमारे,
इच्छित फल दीजै ॥
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥
दुखी दारिद्री रोगी,
संकट मुक्त किए ।
बहु धन धान्य भरे घर,
सुख सौभाग्य दिए ॥
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥
ध्यान धरे जो तेरा,
वांछित फल पायो ।
पूजा कथा श्रवण कर,
घर आनन्द आयो ॥
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥
चरण गहे की लज्जा,
रखियो जगदम्बे ।
संकट तू ही निवारे,
दयामयी अम्बे ॥
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ॥
सन्तोषी माता की आरती,
जो कोई जन गावे ।
रिद्धि सिद्धि सुख सम्पति,
जी भर के पावे ॥
जय सन्तोषी माता,
मैया जय सन्तोषी माता ।
अपने सेवक जन की,
सुख सम्पति दाता ॥
Credit Details :
Song: Jai Santoshi Mata
Singer: Anuradha Paudwal
Lyrics: Traditional
Music Director: Arun Paudwal
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।