Current Date: 18 Nov, 2024

महाष्टमी के दिन करें ये उपाय, पूरी होगी हर मनोकामना। (Mahaashtami Ke Din Kare Ye Upaay, Puri Hogi Har Manokamana.)

- The Lekh


Mahalaya: An Amalgamation Of Hope and Nostalgia

इस समय मां आदिशक्ति की उपासना का पावन पर्व शारदीय नवरात्रि चल रहा है। नवरात्रि के आठवें दिन को महाअष्टमी या दुर्गा अष्टमी के रूप में जाना जाता है। इस दिन देवी दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा की जाती है। इस साल 22 अक्टूबर 2023 को शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि है। मान्यता है कि अष्टमी तिथि पर सच्चे मन से मां महागौरी की पूजा-अर्चना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दिन जप, अनुष्ठान व पूजा पाठ करने से अनंत फल की प्राप्ति होती है। मां महागौरी को ममता की मूरत कहा जाता है। माता रानी के इस स्वरूप की पूजा करने वाले भक्तों के सारे बिगड़े काम बन जाते हैं। साथ ही सभी तरह की बीमारी से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा जीवन में तरक्की के लिए इस दिन कुछ विशेष भी करने चाहिए। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में...
 

1. महाष्टमी व्रत (उपवास): (Mahashtami Vrat (Fast))

 महाष्टमी के दिन, भक्तगण पारंपरिक रूप से एक दिन के उपवास का पालन करते हैं. आप उपवास के दौरान किसी भी पक्षी आहार का सेवन करने से बच सकते हैं. कुछ लोग फल, दूध या साबूदाना खिचड़ी जैसे हलके आहार का चयन करते हैं. उपवास को सायंकाल की पूजा के बाद खोला जाता है.
 

2. महाष्टमी पूजा: (Mahashtami Puja)

महाष्टमी का मुख्य फोकस मां दुर्गा के लिए समर्पित पूजा पर है. भक्तगण पूजा के दौरान पुष्प, धूप, दीपक और भोग (भोजन की आहार ऑफरिंग) मां को प्रदान करते हैं. आप पूजा के दौरान दुर्गा चालीसा, दुर्गा स्तोत्र या अन्य दुर्गा मंत्रों का पाठ कर सकते हैं. कई लोग इस दिन कुमारी पूजा भी करते हैं, जिसमें युवा कन्याएं देवी की अवतार के रूप में पूजा की जाती हैं.
 

3 . नौकरी या करियर के उपाय: (Job or Career Ideas)

 अगर आपकी मनोकामना नौकरी या करियर से संबंधित है, तो ध्यान और भक्ति के साथ श्री दुर्गा स्तोत्र पढ़ें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
 

4 . दान करें: (Donate)

आप गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े, या आवश्यक सामग्री दान कर सकते हैं।
 

5. संतान की इच्छा: (Desire for children)

अगर आपकी संतान की इच्छा है, तो मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए उनकी आराधना करें और उनसे अपनी मनोकामना पूरी करने की इच्छा करें।
 

6. संधि पूजा: (Sandhi Puja)

महाष्टमी के दिन संधि पूजा का आयोजन करें, जिसे सुबह और शाम को किया जाता है। यह पूजा मां दुर्गा के साथ श्री चण्डी माता की आराधना के रूप में की जाती है और मनोकामनाओं को पूरा करने में मदद करती है।
 
महाष्टमी के दिन, भगवान दुर्गा से अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की इच्छा करें और श्रद्धा भाव से उनकी पूजा करें।

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