मुखड़ा :- दिनकर छाया सुतन शनि देवा
कर दीजिये हम भक्तो पे किरपा
तेरी जय शनि जी तेरी जय न्याय मूर्ति
दिनकर छाया सुतन शनि देवा
F:- हम दीन है दुखियारे है हम पे करना दया
शनिदेव हम आभार मानेंगे सदा आपका
तेरी जय शनि जी तेरी जय न्याय मूर्ति
दिनकर छाया सुतन शनि देवा
F:- किरपा यदि हो आपकी हम भव तर जायेंगे
हसते हुए भव सिंधु को पार कर जाए
तेरी जय शनि जी तेरी जय न्याय मूर्ति
दिनकर छाया सुतन शनि देवा
F:- इच्छा यही है आपके भक्तजन की शनि
दिखलाइये हम सब को भी शिगनापुर की गली
तेरी जय शनि जी तेरी जय न्याय मूर्ति
दिनकर छाया सुतन शनि देवा
F:- चाकर हमे रख लीजिये हे शनि देवा
निस दीन करेंगे आपकी मिलके हम सेवा
तेरी जय शनि जी तेरी जय न्याय मूर्ति
दिनकर छाया सुतन शनि देवा
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