M:- पग पग पे दिन दुखियों के पालक हैं राम जी-2
क्या दुःख जो अपनी नाव के चालक है राम जी-2
पग पग पे दिन दुखियों के पालक हैं राम जी-2
हो जाए कोई भूल तो करना हमे क्षमा-2
हम सब तुम्हारे गोद के बालक हैं राम जी
क्या दुःख जो अपनी नाव के चालक है राम जी-2
पग पग पे दिन दुखियों के पालक हैं राम जी-2
जीवन की अपनी नाव भभर में जो आ फंसी-2
फ़ौरन उबार देने के लायक है राम जी
क्या दुःख जो अपनी नाव के चालक है राम जी-2
पग पग पे दिन दुखियों के पालक हैं राम जी-2
उनकी कृपा से काम ही रुकता ना एक भी
चिंता में क्यों मरे जो सहायक हैं राम जी-2
क्या दुःख जो अपनी नाव के चालक है राम जी-2
पग पग पे दिन दुखियों के पालक हैं राम जी-2
कहने को देवतों की तेंतीस है कोटियां-2
गजेंद्र अनुज एक ही नायक हैं राम जी
क्या दुःख जो अपनी नाव के चालक है राम जी-2
पग पग पे दिन दुखियों के पालक हैं राम जी-4
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।