Current Date: 22 Dec, 2024

धुन जो भेरू की लगाए भजन

- Traditional


धुन जो भेरु की जगाये,
वो पारस प्रभु को पाये ,
आजा प्यारे पास भेरुके,
काहे घबराये काहे घबराये,

भेरू मेरा दयालु ,
भक्तों के लिए कृपालु,
जिसके सर पे हाथ रखदें,
चमके किस्मत उसकी ,
सुन सुन अरे बेटा सुन ,
इसकी भक्ति में बड़े बड़े गुण,
लाख दुखों की एक दवा है ,
क्यों न आजमाये ,
काहे घबराये काहे घबराये,

घर का होवे झगड़ा,
या बिजनस का हो रगडा,
सब कष्टों का बोज हटे ,
जब हाथ फिरे भेरुका ,
सुन सुन अरे बाबू सुन ,
इसकी भक्तिमें बड़े बड़े गुण,
लाख दुःखोंकी एक दवा है ,
क्यों न आजमाये ,
काहे घबराये काहे घबराये,

नौकर हो या मालिक ,
लीडर हो या पब्लिक ,
भेरुके आगे सभी झुके है,
क्या राजा क्या सैनिक ,
सुन सुन अरे राजा सुन ,
इसकी भक्तिमें बड़े बड़े गुण,
क्यों न आजमाये ,
काहे घबराये काहे घबराये,

धुन जो भेरुकी जगाये ,
वो पारस प्रभु को पाये ,
आजा प्यारे पास भेरुके,
काहे घबराये काहे घबराये,

ॐ ह्रीं श्रीं नाकोड़ा पार्श्वनाथाय नमः,
ॐ ह्रीं श्रीं नाकोड़ा भैरवाय नमः,

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