दर्शन को अखियाँ प्यासी है कब दर्शन होगा श्याम धनि
मुझ निर्धन के घर आँगन में कब आवन होगा श्याम धनि
दर्शन को अखियाँ प्यासी है
कोरस :- दर्शन को अखियाँ प्यासी है कब दर्शन होगा श्याम धनि
मुझ निर्धन के घर आँगन में कब आवन होगा श्याम धनि
M:- दर्शन को अखियाँ प्यासी है
मेरे घर में तुम्हे बिठाने को ना चौकी ना सिंहासन है
ना दीपक है ना बात्ती है ना अक्षत है ना चन्दन है
श्रद्धा के फूलो से तेरा अभिनन्दन होगा श्याम धनि
कोरस :- दर्शन को अखियाँ प्यासी है कब दर्शन होगा श्याम धनि
M:- श्रावण भादौ दोनो बीते और बीती होली दिवाली है
पर मुझे देखने नहीं मिली तेरी सूरत भोली भाली है
ना जाने किस दिन अखियों को पग दर्शन होगा श्याम धनि
कोरस :- दर्शन को अखियाँ प्यासी है कब दर्शन होगा श्याम धनि
M:- दर्शन को अखियाँ प्यासी है कब दर्शन होगा श्याम धनि
मुझ निर्धन के घर आँगन में कब आवन होगा श्याम धनि
M:- दर्शन को अखियाँ प्यासी है कब दर्शन होगा श्याम धनि
कोरस :- दर्शन को अखियाँ प्यासी है कब दर्शन होगा श्याम धनि
मुझ निर्धन के घर आँगन में कब आवन होगा श्याम धनि
M:- दर्शन को अखियाँ प्यासी है
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