Current Date: 18 Nov, 2024

दरबार में खाटू

- Vivek Sharma 'Jitu '


F:-        ले श्याम शरण तू मिटे हर उलझन तू आ जा रे दीवाने दर 
M:-        दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाये जाते है 
दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाये जाते है 
गर्दिश के सताये लोग यहाँ सीने से लगाए जाते है 
दरबार में
F:-        दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाये जाते है 

M:-        ये महफ़िल है मतवालों की हर वक्त यहाँ मतवाला है 
ये महफ़िल है मतवालों की हर वक्त यहाँ मतवाला है 
भर भर के जाम इबादत के यहाँ खूब पिलाये जाते है 
F:-        दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाये जाते है 

M:-        जिन भक्तो पर ये जग वालो है ख़ास इनायत इस दर की 
जिन भक्तो पर ये जग वालो है ख़ास इनायत इस दर की 
उनको ही उनको ही बुलावा आता है दरबार बुलाये जाते है 
F:-        दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाये जाते है 

M:-        किस्मत के मारे कहा रहे जिनका ना ठोर ठिकाना है 
किस्मत के मारे कहा रहे जिनका ना ठोर ठिकाना है 
जो श्याम शरण में आते है पलको पे बिठाये जाते है 
F:-        दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाये जाते है 

M:-        मत घबराओ ये जग वालो इस दर पे शीश झुकाने से 
मत घबराओ ये जग वालो इस दर पे शीश झुकाने से 
जिनका भी झुका है शीश यहाँ मुकाम वो ऊंच पाते है
F:-        दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाये जाते है 
श्याम कहो सुबह श्याम कहो जी नाम बड़ा अनमोल 
कलयुग में आधार यही श्याम श्याम श्याम श्याम बोल 

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