Current Date: 20 Nov, 2024

दरबार में सच्चे सतगुरु के (Darbar Me Sache Satguru Ke)

- Tripti Shakya


दरबार में सच्चे सतगुरु के लिरिक्स हिंदी में (Darbar Me Sache Satguru Ke Lyrics in Hindi)

दरबार में सचे सतगुरु के दुख दर्द मिटाए जाते है,

ये महफ़िल है मस्तानो की हर शख्श याहा पर मतवाला,
भर भर के जाम इबातात के,
याहा सब को पिलाए जाते है,
दरबार में सचे सतगुरु के दुख दर्द मिटाए जाते है,

इल्ज्म लगने वालो ने इल्जाम लगाये लाख मगर,
तेरी सोगात समज कर के हम सिर पे उठाये जाता है,
दरबार में सचे सतगुरु के दुख दर्द मिटाए जाते है,

जिन बन्दों आर एह जग बालो हो ख़ास इनायत सतगुरु की,
उनको ही संदेसा आता है और वे ही बुलाये जाते है
दरबार में सचे सतगुरु के दुख दर्द मिटाए जाते है,

दरबार में सच्चे सतगुरु के लिरिक्स अंग्रेजी में (Darbar Me Sache Satguru Ke Lyrics in English)

darabaar men sache sataguru ke dukh dard mitaae jaate hai,

ye mahaphil hai mastaano kee har shakhsh yaaha par matavaala,
bhar bhar ke jaam ibaataat ke,
yaaha sab ko pilaae jaate hai,
darabaar men sache sataguru ke dukh dard mitaae jaate hai,

iljm lagane vaalo ne iljaam lagaaye laakh magar,
teree sogaat samaj kar ke ham sir pe uthaaye jaata hai,
darabaar men sache sataguru ke dukh dard mitaae jaate hai,

jin bandon aar eh jag baalo ho khaas inaayat sataguru kee,
unako hee sandesa aata hai aur ve hee bulaaye jaate hai
darabaar men sache sataguru ke dukh dard mitaae jaate hai,

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