Current Date: 22 Nov, 2024

काठ के कोठरिया हो दीनानाथ

- Sharda Sinha


आठ ही के काठ के कोठरिया हो दीनानाथ ,
रूपे छा~ने लागल केवाड़।
आठ ही के काठ के कोठरिया हो दीनानाथ ,
रूपे छा~ने लागल केवाड़।।

ताहि ऊपर चढ़ी सुतले हो दीनानाथ
बांझी केवडूवा धइले ठाड़।
ताहि ऊपर चढ़ी सुतले हो दीनानाथ
बांझी केवडूवा धइले ठाड़।।

चदर उघारी जब देखले हो दीनानाथ ,
कौन संकट पडल तोहार।
चदर उघारी जब देखले हो दीनानाथ ,
कौन संकट पडल तोहार।।

पुत्र संकट पडल , मोरा हो दीनानाथ
ओहिला केवडूवा धईले ठाड़।
पुत्र संकट पडल , मोरा हो दीनानाथ
ओहिला केवडूवा धईले ठाड़।।

चदर उघारी जब देखले हो दीनानाथ ,
कौन संकट पडल तोहार।
चदर उघारी जब देखले हो दीनानाथ ,
कौन संकट पडल तोहार।।

नैना संकट पड़ल मोरा हो दीनानाथ
ओहिला केवडुआ धईले ठाड़।
नैना संकट पड़ल मोरा हो दीनानाथ
ओहिला केवडुआ धईले ठाड़।।

चदर उघारी जब देखले हो दीनानाथ ,
कौन संकट पडल तोहार।
चदर उघारी जब देखले हो दीनानाथ ,
कौन संकट पडल तोहार।।

काया संकट पडल मोरा हो दीनानाथ ,
ओहिला केवडुआ धईले ठाड़।
काया संकट पडल मोरा हो दीनानाथ ,
ओहिला केवडुआ धईले ठाड़।।

बांझीनी के पुत्र जब , दिहले दीनानाथ
खेलत-कुदत घर जात।
बांझीनी के पुत्र जब , दिहले दीनानाथ
खेलत-कुदत घर जात।।

अन्हरा के आंख दिहले कोढ़िया के कायावा
हसत बोलत घर जात।
अन्हरा के आंख दिहले कोढ़िया के कायावा
हसत बोलत घर जात।।

Credit Details :

Song: Kath Ke Kothriya Ho Dinanath
Singer: Sharda Sinha
Lyrics: Traditional

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