🎵मारबो रे सुगवा धनुख से🎵
🙏 गायक: अनुराधा पौडवाल
🎼 गीत: पारम्परिक
विवरण:
मारबो रे सुगवा धनुख से अनुराधा पौडवाल की आवाज़ में एक बेहद सुंदर छठ गीत है। इस गीत में सुगवा के धनुष से मारे जाने की प्रतीकात्मकता को प्रस्तुत किया गया है, जो भक्तिभाव और प्रकृति के समर्पण को दर्शाता है। सुगनी का वियोग और आदित्य देव की कृपा की प्रार्थना इस गीत के माध्यम से व्यक्त की गई है। हर फल और पेड़-पौधे के संदर्भ में भी गीत का संगीतमय वर्णन इसे और भी खास बना देता है।
गीत के बोल:
ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से,
ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से,
सुगा गिरे मुरझाए ।।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से ।
आदित होई ना सहाय ।।
ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से,
ओह पर सुगा मेड़राए ।
मारबो रे सुगवा धनुख से,
सुगा गिरे मुरझाए ।।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से ।
आदित होई ना सहाय ।।
अमरुदवा जे फरेला खबद से,
ओह पर सुगा मेड़राए ।
मारबो रे सुगवा धनुख से,
सुगा गिरे मुरझाए ।।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से ।
आदित होई ना सहाय ।।
शरीफवा जे फरेला खबद से,
ओह पर सुगा मेड़राए ।
मारबो रे सुगवा धनुख से,
सुगा गिरे मुरझाए ।।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से ।
आदित होई ना सहाय ।।
ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से,
ओह पर सुगा मेड़राए ।
मारबो रे सुगवा धनुख से,
सुगा गिरे मुरझाए ।।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से ।
आदित होई ना सहाय ।।
सभे फलवा जे फरेला खबद से,
ओह पर सुगा मेड़राए ।
मारबो रे सुगवा धनुख से,
सुगा गिरे मुरझाए ।।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से ।
आदित होई ना सहाय ।।
Credit Details :
Song: Marbo Re Sugwa Dhanukh Se
Singer: Anuradha Paudwal
Lyrics: Traditional
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