Current Date: 19 Nov, 2024

छलकता हमरी गगरिया ये कान्हा

- रजनीश गुप्ता


F:-  छलकता हमरी गगरिया ये कान्हा -2
       छिनी ना मोरी चुनरिया हो नंदलाला
M:- अब रोकूँ ना तोहरी डगरिया हो बृजबाला -2
      करे चुगली हजार मोरी माँ से बार बारकहे लाल तेरो है बड़ा उतपाती
       सारी गोपी सरे आम मोहे करे बदनाम,और झगड़ा करन में नहीं शर्माती
F:-   कन्हैया रूठो ना दिल में जो है हम से कह लो
       मेरे ग्वाला रूठो ना दिल में जो है हम से कह लो
       गरजत कब से बिजुरिया ये कान्हा पकड़ी ना मोरी कलाईया हो नंदलाला
M:-   अब पकडू ना तोहरी कलाईया हो बृजबाला -2
F:-    ना करूँगी तकरार मोरे मदन मुरारतेरी मुरली की धुन लागे प्यारी
        मै तो मानू हर बात ना लडूंगी तेरे साथ तेरे सांवरे रंग जाऊ बलिहारी
M:-   हो ग्वाला सीधा साधा हूँ मैना मुझसे खेलो
        मतवालासीधा साधा हूँ मैना मुझसे खेलो
F:-   लचकत हमरी कमरिया ये कान्हा फोड़ी न मोरी गगरिया हो नंदलाला
M:-  अब फोड़ू न तोहरी गगरिया हो बृजबाला -2
       मेरे नैना कजरार करे सखियों पे वारहारीदिल जिगर मोपे सब हारी
       देखा मेरा ये कमाल हुई दिवानी सब बेहालसारी विनती करत है बारी बारी
F:-   गोपाला रजनीश को चरण शरण में अपने ले लो
       मेरे कान्हा रजनीश को चरण शरण में अपने ले लो
       तरसत मीत की नजरिया हो कान्हा छिनी ना मोरी चुनरिया हो नंदलाला
M:-  अब रोकूँ ना तोहरी डगरिया हो बृजबाला -2
F:-    छलकता हमरी गगरिया ये कान्हाछिनी ना मोरी चुनरिया हो नंदलाला
M:-  अब रोकूँ ना तोहरी डगरिया हो बृजबाला -2
 

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