M:- छल कपट से भरा क्यों है जमाना है ये
कोरस :- छल कपट से भरा क्यों है जमाना है ये
M:- धोखा देने की आदत सी क्यों हो गई
पूछो दुनिया को दुनिया को क्या हो गया -२
पहले वाली मोहब्बत कहाँ खो गई
कोरस :- छल कपट से भरा क्यों है जमाना है ये
M:- भाई भाई में छल पति पत्नी में छल
आज बेटा करे अपनी जननी से छल
कोरस :- आज बेटा करे अपनी जननी से छल
M:- यारी में भी छल रिश्तेदारी में छल
बदली बदली सी नियत है क्यों हो गई
कोरस :- छल कपट से भरा क्यों है जमाना है ये
M:- वो दिवाली रही ना वो होली रही
ना वो मीठी से प्यारी से बोली रही
कोरस :- ना वो मीठी से प्यारी से बोली रही
M:- स्वार्थी कितना ये बन बैठा कितना ये इंसान है
मारा मारी की आफत सी क्यों हो गई
'कोरस :- छल कपट से भरा क्यों है जमाना है ये
M:- जाने किस के लिए कर रहे है गुनाह
उस मालिक सब पे लगी निगाह
कोरस :- उस मालिक सब पे लगी निगाह
M:- सोच के राज मेहर तो हैरान -२
आत्मा पढ़ के सभी की कहाँ सो गई
'कोरस :- छल कपट से भरा क्यों है जमाना है ये
M:- धोखा देने की आदत सी क्यों हो गई
पूछो दुनिया को दुनिया को क्या हो गया -२
पहले वाली मोहब्बत कहाँ खो गई
कोरस :- छल कपट से भरा क्यों है जमाना है ये
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।