जीवन सुना सुना लागे बाबा श्याम के बिना , और फागुण सुना सुना लागे निशाँ के बिना
चलो रे भक्तो ओ भक्तो ओ भक्तो ओ भक्तो , अरे चलो रे भक्तो फागुण आया चलो रे खाटू धाम
खाटू में लहराते लम्बे लम्बे निशान , चलो रे भक्तो फागुण आया चलो रे खाटू धाम
खाटू में लहराते लम्बे लम्बे निशान ……………………………………………………….
रींगस से खाटू तक तेरे भक्तो का मेला है , एक नहीं दो नहीं रेला का रेला है
सबकी जुबान पर एक मंत्र है , जय जय जय श्री राम
खाटू में लहराते लम्बे लम्बे निशान , चलो रे भक्तो फागुण आया...........
फागुण में सावरे की अलग ही शान है , अपने भक्तो का बाबा करता कल्याण है
सर पे पगड़ी कमर पे फेटा लीले की थान लगाए , खाटू में लहराते लम्बे लम्बे निशान
चलो रे भक्तो फागुण आया.......................................................
फागुण में बाबा मेरा दूल्हा सा सजता है , रथ पर सवार होके खाटू में चलता है
ढोल बजेंगे बैंड बजेगा और उड़ेगा गुलाल , खाटू में लहराते लम्बे लम्बे निशान
चलो रे भक्तो फागुण आया ..........................................................
खाटू मंदिर में बैठा सावरिया सेठ है , किसी की जल्दी सुनता किसी की लेट है
धीरज रखना तू बाबा तेरा करेगा जग में नाम , खाटू में लहराते लम्बे लम्बे निशान
चलो रे भक्तो फागुण आया , खाटू में लहराते लम्बे लम्बे निशान
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