Current Date: 19 Nov, 2024

भोर भई पनघट पे

- Chetna Shukla


कोरस :-     आ आ आ आ आ आ आ
F:-    भोर भये पनघट पे,मोहे नट्खट शाम सताए
     भोर भये पनघट पे,मोहे नट्खट शाम सताए
     मोरी चुनरिया लिपटी जाये,मैं का करु हाय राम हाय    
     भोर भये पनघट पे,मोहे नट्खट शाम सताए
     मोरी चुनरिया लिपटी जाये,मैं का करु हाय राम हाय 
     भोर भये पनघट पे…………………………………………..

F:-    कोई सखी.. सहेली.. नहीं,संग मैं अकेली
     कोई देखे तोह यह जाने,पनिया भरने के बहाने घगरी उठाये
      राधा श्याम से हाय हाय श्याम से मिलने जाए.. हाय भोर भये पनघट पे
     मोहे नट्खट शाम सताए,मोरी चुनरिया लिपटी जाये
     मैं का करु हाय राम हाय है
     भोर भये पनघट पे………………………………………………

F:-    आये पवन झकोरा,टूटे अंग अंग मोरा
     चोरी चोरी चुपके चुपके,बैठा कही पे वह चुपके
     देखे मुस्काये,निर्लज को हा हा,निर्लज को लाज न आवै,
     हाय भोर भये पनघट पे.मोहे नट्खट शाम सताए
     मोरी चुनरिया लिपटी जाये.मैं का करु हाय राम हाय 
     भोर भये पनघट पे………………………………………….

F:-    मैं न मिळू.. डगर मैं,तोह वो चला आये.. घर मैं 
    मैं दु गाली मैं दु झिड़की मैं न खोलू खिड़की,नींदिया जो आये
     तोह वो कंकर हा हा कंकर मार जगाये,
     भोर भये पनघट पे,मोहे नट्खट शाम सताए
     मोरी चुनरिया लिपटी जाये,मैं का करु हाय राम हाय हाय
     भोर भये पनघट पे………………………………………..

F:-    भोर भये पनघट पे,मोहे नट्खट शाम सताए
     भोर भये पनघट पे,मोहे नट्खट शाम सताए
     मोरी चुनरिया लिपटी जाये,मैं का करु हाय राम हाय    
     भोर भये पनघट पे,मोहे नट्खट शाम सताए
     मोरी चुनरिया लिपटी जाये,मैं का करु हाय राम है हाय है
     भोर भये पनघट पे,मोहे नट्खट शाम सताए
     भोर भये पनघट पे…………

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