भोलेनाथ पिया छोड़ो मोरी बैया,
मानूं ना थारी बात पीहर जावण दे…..
सुन भोले जोगियां,
ना घोटूं तेरी भंगहिया
गौरा तेरी मजबूर है
भांग में घोटा लगा ना सकुंगी,
थक के होगी चूर मैं,
दुखे दोनों मेरे हाथ रे पीहर जावण दे,
भोलेनाथ पिया छोड़ो मोरी बैया,
मानूं ना थारी बात पीहर जावण दे…..
सुनले गोरा रानी,
करो न नादानी
भांग को पीना जरुरी है,
भांग बिना मैं रह ना सकूंगा,
भोला तेरा मजबूर है,
मेरी पूरी करदे मांग,
भांग मन्ने पीवण दे
भोलेनाथ पिया छोड़ो मोरी बैया,
मानूं ना थारी बात पीहर जावण दे.....
सुनो शिव रसियां,
ना छोड़ोगे भंगियाँ
जाएगी गोरा तुम से दूर है
मुँह मैं तुमसे मोड़ लूंगी,
किया नशा जो भरपूर है
अब लेके गणेश को साथ,
पीहर जावन दे
भोलेनाथ पिया छोड़ो मोरी बैया,
मानूं ना थारी बात पीहर जावण दे….
गोरा बात मान ले,
तू हाल मेरा जान ले,
भांग तो पीनी जरूर है
आज ही पीऊंगा भांग,
कल ना पीऊंगा शर्त्त ये मंजूर है
भांग मने पीवण दे
भोलेनाथ पिया छोड़ो मोरी बैया,
मानूं ना थारी बात पीहर जावण दे…
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