हम पर ना चले सिलबट्टा हमारे पिया....
घोट घोटत कुंडी घिस गई,
हाथों में पड़ गए छाले हमारे पिया,
भोले हम पे ना चले सिलबट्टा हमारे पिया....
एक दिना की होए तो घोटू,
रोज रोज को है रट्टा ओ भोले पिया,
भोले हम पे ना चले सिलबट्टा हमारे पिया....
जा दिन से मैं ब्याह के आई,
बाज रहा है सिलबट्टा ओ भोले पिया,
भोले हम पे ना चले सिलबट्टा हमारे पिया....
शिव गोरा में हो गई लड़ाई,
हो गई गुत्थमगुत्था हमारे पिया,
भोले हम पे ना चले सिलबट्टा हमारे पिया....
ब्रह्मा विष्णु मनायवे को आए,
हमरो मनावे सिंगटटा ओ भोले पिया,
भोले हम पे ना चले सिलबट्टा हमारे पिया....
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।