Current Date: 18 Nov, 2024

भर दे सभी की झोली

- इकबाल मूली


भर दे सभी की झोली,
मेहंदीपुर वाले बाला,
बिगड़ी बनेगी तेरी,
बिगड़ी बनेगी तेरी,
बनके सवाली आजा,
भर दें सभी की झोली,
मेहंदीपुर वाले बाला।।

तर्ज – चूड़ी मजा ना देगी।

आए यहां सवाली,
लौटा ना कोई खाली,
बजरंगबलि की देखो,
रहमत बड़ी निराली,
होगी मुराद पूरी,
होगी मुराद पूरी,
अर्जी यहाँ लगा जा,
भर दें सभी की झोली,
मेहंदीपुर वाले बाला।।

बाला के दर पे देखो,
सोना बरस रहा है,
आ भरले तू भी दामन,
तू तरस रहा है,
सब के लिए खुला है,
सब के लिए खुला है,
रहमत का दरवाजा,
भर दें सभी की झोली,
मेहंदीपुर वाले बाला।।

इस दर पे आके देखो,
सबका नसीब चमके,
मिट जाएं सब बलाएं,
बाला के ही करम से,
इस दर पे देख ले कभी,
इस दर पे देख ले कभी,
बनता फकीर राजा,
भर दें सभी की झोली,
मेहंदीपुर वाले बाला।।

भर दे सभी की झोली,
मेहंदीपुर वाले बाला,
बिगड़ी बनेगी तेरी,
बिगड़ी बनेगी तेरी,
बनके सवाली आजा,
भर दें सभी की झोली,
मेहंदीपुर वाले बाला।।

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