Current Date: 25 Dec, 2024

भारत में हम फिर से

- Traditional


M:-        जो शिव जो सजाये है हम उनको सजायेंगे 
जो शिव जो सजाये है हम उनको सजायेंगे 
भारत में हम फिर से भगवा लहरायेंगे 
कोरस:-     भारत में हम फिर से भगवा लहरायेंगे 
M:-        अपनी संस्कृति का वैभव नभ में फ़ैऱायेंगे -२
यूपी में हम फिर से कमल खिलाएंगे -२
कोरस :-     यूपी में हम फिर से कमल खिलाएंगे

M:-        शत्रु है खड़े चुपके हमको ललचायेंगे 
पहले फुसलायेंगे फिर बाँट के खायेंगे
हम नहीं बटेंगे माँ धोखा नहीं खायेंगे 
कोरस :-     हम नहीं बटेंगे माँ धोखा नहीं खायेंगे 
M:-        हम नहीं बटेंगे माँ धोखा नहीं खायेंगे 
उत्तराखंड में फिर से भगवा लहरायेंगे 
कोरस :-     उत्तराखंड में फिर से भगवा लहरायेंगे
यूपी में हम फिर से कमल खिलाएंगे

M:-        कुछ अपने ही साथी अक्सर सकुचाते है 
दिखते है तटस्थ पर झांसे में आ जाते है 
कोरस :-      झांसे में आ जाते है 
M:-        जब तक जागेंगे ये देरी हो जाएगी 
साजिश करता नस्ले हावी हो जाएगी 
फिर हम पीओ के जैसे फिर पछतायेंगे -२
इसीलिए एक हो कर भगवा लहरायेंगे 
कोरस :-     यूपी में हम फिर से कमल खिलाएंगे -२

M:-    दोस्तों जब हम ये बाते आपको कह रहे है तो बिना आधार के नहीं कह रहे जो हमारा लिए करता है समाज उसी के लिए खड़ा रहता है और हम कुछ चीजे याद दिलाने का अधिकार रखते है हमने भी देखा आपने भी देखा और दुनिया ने भी देखा क्या देखा 
 हमने देखा श्री केदारनाथ जी धाम सजते संवरते 
कोरस :-     धाम सजते संवरते
M:-        हमने देखा  उत्तराखंड में फिर विकास की धुन बजते 
कोरस :-     विकास की धुन बजते 
M:-        हमने देखा करतारपुर साहिब की राह खुलवाते 
हमने देखा श्री राम लाला का अद्भुत भवन बनाते 
कोरस :-     अद्भुत भवन बनाते अद्भुत भवन बनाते 
M:-        बाबा साहेब भीम राव का पांच तीर्थ तनवाते 
बाबा विश्व नाथ की सोभा दुनिया को दिखलाते 
कोरस :-     सोभा दुनिया को दिखलाते 
M:-        हमने देखा स्वछता गर्हि के पांव धो रहा राजा 
कोरस :-     पांव धो रहा राजा झुक कर पांव धो रहा राजा
M:-        एक वैज्ञानिक को गले लगाकर सिसक रो रहा राजा 
कोरस :-     सिसक रो रहा राजा कैसे सिसक रो रहा राजा
M:-         हमने देखा माँ गागा की गोदी में लिपट नहाता
हमने देखा एक गरीब को भारत भगय सजाता 
कोरस :-     देखा भारत भगय सजाता 
M:-        भारत माँ के माथ से तीन सौ सत्तर दाग मिटाता
M:-        हमने देखा फ्री वैक्सीन की अमृत बून्द पिलाता 
कोरस :-    अमृत बून्द पिलाता देखा अमृत बून्द पिलाता 
M:-        कुछ काट दिए थे हाथ सैनिक के ताज महल बनवाकर 
कोरस :-      ताज महल बनवाकर  ताज महल बनवाकर
M:-        अब पूजे जाते है सैनिक मंदिर में फूल बरसा कर 
कोरस :-     मंदिर में फूल बरसा कर
M:-        जो देश सजाये है हम उनको सजायेंगे -२
हम यूपी में फिर से योगी को लाएंगे 
कोरस :-     हम यूपी में फिर से योगी को लाएंगे 
M:-        भारत में फिर से हम भगवा लहरायेंगे 

M:-        हमने देखा है एक एम्स से बाईस एम्स बनाते 
एक गरीब को पांच लाख तक फ्री इलाज करवाते 
उज्जवला गिफ्ट कर माताओं को धुएं से मुक्त कराते 
हमने देखा हर वर्ष अनाज की एम् एस पी बढ़ जाते 
सेना की शक्ति खातिर  राफेल की खेप दिलाते 
हमने देखा चीन पाक को भारत से घबराते 
कोरस :-      भारत से घबराते शत्रु  भारत से घबराते 
M:-        हमने देखा ग्रीस देश को वंदे मातरम गाते 
हमने देखा है बेघर को अपना घर दिलवाते 
हमने देखा बिन पैसे जन धन खाता खुलवाते 
कोरस :-     जन धन खाता खुलवाते बिन पैसे खाता खुलवाते
M:-        हमने देखे चप्पल पहने माँ विमान में चढ़ जाती 
बस की भाड़ा से कम में भी वो गगन उड़ान भराती 
कोरस :-     गगन उड़ान भराती 
M:-        अरे बना नया इतिहास गुरु गोविन्द सिंह साहब जादे 
भारत में फिर बाल दिवस होंगी छबीस की यादे 
कोरस :-     होंगी छबीस की यादे होंगी छबीस की यादे 
M:-        छबीस दिसम्बर नाम कर दिया जो है उनके सहजादे 
जो थे माँ के सहजादे बोले सोनियाल शास्त्रीय काल 
जो अलख जगाया वही दीप जलाएंगे 
मोदी जी के परचम से योगी ही आएंगे 
कोरस :-     यूपी में फिर से हम कमल खिलाएंगे 
हम यूपी में फिर से योगी को लाएंगे 
भारत में फिर से हम भगवा लहरायेंगे 

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