🎵सदाशिव सर्वदाता🎵
🙏 गायक: निरंजन पांडिया
🎼 संगीत: हनीफ शेख
विवरण:
सदाशिव सर्व वरदाता भजन में निरंजन पांडेय ने भगवान शिव की दयालुता और शक्ति का अद्भुत चित्रण किया है। यह भजन महादेव के अनेकों रूपों को दर्शाता है, जैसे कैलाश के शिखर पर गिरिजा संग रमण करना, विषधर के रूप में संसार का विष पीना, और त्रिपुरासुर का संहार करना। भगवान शिव का यह भव्य रूप भक्तों को सुख, शांति और आशीर्वाद प्रदान करता है। इस भजन में शिव के अवतारों और उनकी महिमा का गान किया गया है, जो हर भक्त के दिल को शांति और आस्था से भर देता है।
गीत के बोल:
सदाशिव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो ।
हरे सब दुःख भक्तों के,
दयाकर हो तो ऐसा हो ॥
शिखर कैलाश के ऊपर,
कल्पतरुओं की छाया में ।
रमे नित संग गिरिजा के,
रमणधर हो तो ऐसा हो ॥
सदाशिव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो ।
शीश पर गंग की धारा,
सुहाए भाल पर लोचन ।
कला मस्तक पे चन्दा की,
मनोहर हो तो ऐसा हो ॥
सदाशिव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो ।
भयंकर जहर जब निकला,
क्षीरसागर के मंथन से ।
रखा सब कण्ठ में पीकर,
कि विषधर हो तो ऐसा हो ॥
सदाशिव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो ।
सिरों को काटकर अपने,
किया जब होम रावण ने ।
दिया सब राज दुनियाँ का,
दिलावर हो तो ऐसा हो ॥
सदाशिव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो ।
बनाए बीच सागर के,
तीन पुर दैत्य सेना ने ।
उड़ाए एक ही शर से,
त्रिपुरहर हो तो ऐसा हो ॥
सदाशिव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो ।
देवगण दैत्य नर सारे,
जपें नित नाम शंकर जो,
वो ब्रह्मानन्द दुनियाँ में,
उजागर हो तो ऐसा हो ॥
सदाशिव सर्व वरदाता,
दिगम्बर हो तो ऐसा हो ।
हरे सब दुःख भक्तों के,
दयाकर हो तो ऐसा हो ॥
Credit Details :
Song: Sadashiv Sarvadata
Singer: Niranjan Pandiya
Music: Hanif Shekh
Lyrics: Traditional
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