🎵डमरू बजाया🎵
🙏 गायक: हंसराज रघुवंशी
🎼 संगीत: हंसराज रघुवंशी
विवरण:
हंसराज रघुवंशी द्वारा गाया गया डमरू बजाया भजन शिव भक्ति से ओतप्रोत है। भोलेनाथ जब डमरू बजाते हैं तो सारा कैलाश पर्वत भक्तिमय हो जाता है। डमरू की ध्वनि सुनकर कृष्ण-राधा, गणपति, कार्तिकेय, राम-लक्ष्मण, ब्रह्मा-विष्णु, गंगा-यमुना और यहाँ तक कि सूरज-चाँद भी खिंचे चले आते हैं। यह भजन शिव की महिमा और उनके डमरू की चमत्कारी शक्ति का अद्भुत चित्रण करता है।
गीत के बोल:
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
डमरू को सुनकर जी कान्हा जी आए
कान्हा जी आए संग राधा भी आए
डमरू को सुनकर जी कान्हा जी आए
कान्हा जी आए संग राधा भी आए
वहाँ सखियों का मन भी मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
डमरू को सुनकर जी गणपति चले
गणपति चले संग कार्तिक चले
डमरू को सुनकर जी गणपति चले
गणपति चले संग कार्तिक चले
वहाँ अम्बे का मन भी मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
डमरू को सुनकर जी राम जी आए
राम जी आए संग लक्ष्मण जी आए
मैया सिता का मन भी मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
डमरू को सुनकर के ब्रम्हा चले
यहाँ ब्रम्हा चले वहाँ विष्णु चले
डमरू को सुनकर के ब्रम्हा चले
यहाँ ब्रम्हा चले वहाँ विष्णु चले
मैया लक्ष्मी का मन भी मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
ऐंसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
डमरू को सुनकर जी गंगा चले
गंगा चले वहाँ यमुना चले
डमरू को सुनकर जी गंगा चले
गंगा चले वहाँ यमुना चले
वहाँ सरयू का मन भी मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
डमरू को सुनकर जी सूरज चले
सूरज चले वहाँ चंदा चले
डमरू को सुनकर जी सूरज चले
सूरज चले वहाँ चंदा चले
सारे तारों का मन भी मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
Credit Details :
Song: Damru Bajaya
Singer: Hansraj Raghuwanshi
Lyrics: Hansraj Raghuwanshi
Composer: Hansraj Raghuwanshi
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।