🎵जय हो जय हो शंकरा🎵
🙏 गायक: अनुराग अभिषेक और दीपशिखा रैना
🎼 संगीत: अनुराग अभिषेक
विवरण:
अनुराग अभिषेक और दीपशिखा रैना का भव्य भजन जय हो जय हो शंकरा भगवान शिव की महिमा और उनके दिव्य रूप का अद्भुत वर्णन है। भजन में भोलेनाथ शंकरा और हे शिवाय शंकरा जैसे बोल भगवान शिव के प्रति गहरी श्रद्धा को दर्शाते हैं। समुद्र मंथन और शिव के विष पीने की कथा भी इस भजन में है। भगवान शिव की शक्तियों और उनके आशीर्वाद को अनुभव करने के लिए यह भजन श्रद्धा और भक्ति का एक अद्वितीय अनुभव है।
गीत के बोल:
जय हो जय हो शंकरा,
भोलेनाथ शंकरा,
आदि देव शंकरा,
हे शिवाय शंकरा,
तेरे जाप के बिना,
भोलेनाथ शंकरा,
चले ये साँस किस तरह,
हे शिवाय शंकरा,
मेरा कर्म तू ही जाने,
क्या बुरा है क्या भला,
तेरे रास्ते पे मैं तो,
आँख मूँद के चला,
तेरे नाम की जोत ने,
सारा हर लिया तमस मेरा,
नमो नमो जी शंकरा,
भोलेनाथ शंकरा,
जय त्रिलोकनाथ शम्भू,
हे शिवाय शंकरा,
नमो नमो जी शंकरा,
भोलेनाथ शंकरा,
रुद्रदेव हे महेश्वरा,
जटा कटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिम्प निर्झरी,
विलो लवी चिवल्लरी विराजमान मूर्धनि,
धगद् धगद् धगज्ज्वलल् ललाट पट्ट पावके,
किशोर चन्द्र शेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम।
कौन है वो कौन है वो,
कहां से वो आया,
चारों दिशाओं में,
तेज सा वो छाया,
उसकी भुजाएं बदले कथाएं,
भागीरथी तेरी तरफ,
शिवजी चले देख ज़रा,
यह विचित्र माया,
नमो नमो जी शंकरा,
भोलेनाथ शंकरा,
जय त्रिलोकनाथ शम्भू,
हे शिवाय शंकरा,
नमो नमो जी शंकरा,
भोलेनाथ शंकरा,
रुद्रदेव हे महेश्वरा,
चन्द्रमा ललाट पे,
भस्म है भुजाओं में,
वस्त्र बाघ छाल का,
है खड़ाऊ पाँव में,
प्यास क्या, और तुझे,
गंगा है तेरी जटाओं में,
जटाओं में, जटाओं में,
दूसरों के वास्ते,
भोलेनाथ शंकरा,
तू सदैव ही जिया,
हे शिवाय शंकरा,
माँगा कुछ कभी नहीं,
भोलेनाथ शंकरा,
तूने सिर्फ है दिया,
हे शिवाय शंकरा,
समुद्र मंथन का,
था समय जो आ पड़ा,
द्वंद दोनों लोक में,
विशामृत पे था छिड़ा,
अमृत सभी में बाँट के,
प्याला विष का तूने खुद पिया।
Credit Details :
Song: Jai Ho Jai Ho Shankara
Singer: Anurag Abhishek & Deepshikha Raina
Music: Anurag Abhishek
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