🎵शंकरा🎵
🙏 गायक: अभिलिप्शा पांडा
🎼 संगीत: अभिजीत गाडवे और मनीषा व्यास
विवरण:
शंकरा भजन में भगवान शिव के अनेक रूपों और उनके अद्वितीय शक्ति का वर्णन किया गया है। अभिलिप्सा पांडा की आवाज़ में यह भजन भगवान शिव की महिमा, उनके रक्षात्मक रूप और विश्व को संभालने की क्षमता को उजागर करता है। इसमें शिव के जटा, गंगा, और उनका ब्रह्मांड को संजीवित करने का महात्म्य व्यक्त किया गया है। यह भजन शिव के असीम आशीर्वाद और दिव्यता का अनुभव करने का एक दिव्य मार्ग है।
गीत के बोल:
जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले
गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम्
डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं
चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम्
ष्मा प्रिये अनेश्वरा,शाश्वता दिगम्बरा ।
त्रिगेश्वरा,खट्टाविगे, महेश्वरा ओ शंकरा।।
गंगा धरा ,यगेश्वरा, स्ताविगे विशेश्वरा ।
क्षीतिविरा अनेश्वरा जटा धरा ओ शंकरा।।
दुनिया बनाने वाले ।
शंकरा, शंकरा,शंकरा,ओ शंकरा।।
बैठा ब्रह्मांड संभाले।
शंकरा, शंकरा, शंकरा,ओ शंकरा।।
दुनिया बनाने वाले।
बैठा ब्रह्मांड संभाले।।
जब धरती पे प्रयलय था।
तूने जीवित किये शिवालय।।
गंगा धरती पे उतारी।
तूने चाँद गगन पे धरा।।
शंकरा ओ शंकरा।।
सिंह बुषा धारी अब खोल नेत्रा।
देखले संसार मे ये क्या हो रहा।।
नील लोही वामदेव शीर्ष शेखरा।
मानव का हाल आके देखले ज़रा।।
हम आये तेरी शरण मे।
स्वर्ग ठहरा है तेरे चरण में।।
तू दुनिया का रक्षक है।
तूने विष कंठ में भरा।।
शंकरा ओ शंकरा ।।
Credit Details :
Song: Shankara
Singer: Abhilipsha Panda
Composition: Abhijeet Gadwe & Manisha Vyas
Lyrics: Ashok Punjabi
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