भगवान विष्णु को कैसे मिला सुदर्शन चक्र?
विष्णु भगवान, महादेव के बड़े भक्त थे। विष्णु भगवान ने राक्षसों के विनाश के लिए शिव की तपस्या करने का निर्णय लिया। भगवान विष्णु हिमालय की बर्फीली पहाड़ियों पर शिव जी की तपस्या करने लगे। विष्णु जी, भगवान शिव के एक हजार नामों का जाप करने लगे। हर एक नाम के साथ उन्होंने एक कमल का फूल चढ़ाने का संकल्प लिया। वहीं, भगवान शिव ने विष्णु जी की परीक्षा लेने की सोची।
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विष्णु जी की परीक्षा लेने के लिए भगवान शिव ने एक हजार कमल के फूलों में से एक फूल गायब कर दिया। विष्णु जी तपस्या में लीन थे, इसलिए उन्हें इस बात की खबर नहीं हुई। विष्णु जी, भगवान शिव का एक नाम पुकारते और कमल का एक फूल चढ़ाते जाते। जब अंतिम नाम की बारी आई तो विष्णु जी ने देखा कि कमल तो बचा ही नहीं। अगर कमल नहीं चढ़ाते, तो तपस्या और संकल्प भंग हो जाता, इसलिए भगवान विष्णु ने कमल की जगह अपनी एक आंख चढ़ा दी।
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भगवान शिव, विष्णु जी के इस भक्ति भाव से बहुत प्रसन्न हो गए। वह श्रीहरि के सामने प्रकट हुए और वरदान मांगने को कहा। विष्णु जी ने राक्षसों का संहार करने के लिए अजय शस्त्र मांगा, तो उन्होंने विष्णु जी को सुदर्शन चक्र प्रदान किया, जिससे विष्णु जी ने राक्षसों को मार गिराया। इस तरह भगवान विष्णु ने अपनी भक्ति का परिचय देकर सुदर्शन चक्र प्राप्त किया।
How Lord Vishnu got Sudarshan Chakra
Lord Vishnu was a great devotee of Mahadev. Lord Vishnu decided to do penance to Shiva for the destruction of the demons. Lord Vishnu started doing penance for Lord Shiva on the snowy hills of the Himalayas. Lord Vishnu started chanting one thousand names of Lord Shiva. With each name he took a vow to offer a lotus flower. At the same time, Lord Shiva thought of taking the test of Vishnu ji.
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To test Lord Vishnu, Lord Shiva made one flower disappear out of a thousand lotus flowers. Vishnu ji was engrossed in penance, so he did not know about this. Vishnu ji used to call one name of Lord Shiva and used to offer a lotus flower. When the turn of the last name came, Vishnu ji saw that there was no lotus left. If the lotus was not offered, then the penance and resolution would have been dissolved, so Lord Vishnu offered one of his eyes instead of the lotus.
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Lord Shiva became very pleased with this devotion of Vishnu ji. He appeared before Sri Hari and asked to ask for a boon. Vishnu ji asked for Ajay weapon to kill the demons, then he gave Sudarshan Chakra to Vishnu ji, by which Vishnu ji killed the demons. In this way, Lord Vishnu received the Sudarshan Chakra by showing his devotion.
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