Current Date: 23 Dec, 2024

बेगा बेगा आओ गणराज

- विकाश सुग्घ


बेगा बेगा आओ गणराज,
उड़िके टाबरिया।।


रणत भवन से आओ जी विनायक,
रिद्धिसिद्धि संग में ल्यावो जी विनायक,
चढ़के मूषकराज पधारो आँगणिया,
चढ़के मूषकराज पधारो आँगणिया,
बेगा बेगा आओं गणराज,
उड़िके टाबरिया।।


दुन्द दूँडाला देवा सूंड सुंडाला,
गले वैजन्ती की सोहे माला,
परसो थारे हाथ रूप थारा मोहनिया,
परसो थारे हाथ रूप थारा मोहनिया,
बेगा बेगा आओं गणराज,
उड़िके टाबरिया।।


देव बड़ा थे हो बलकारी,
पूजा प्रथम जगत में थारी,
शरणागत प्रतिपाल,
भगत मनभावनिया,
बेगा बेगा आओं गणराज,
उड़िके टाबरिया।।


सबसे न्यारी शोभा थारी,
था पर जावा वारी वारी,
करियो कृपा की बरसात,
ज्यूँ बरसे बादलिया,
बेगा बेगा आओं गणराज,
उड़िके टाबरिया।।


जीवन में आनंद बढ़ाओ,
आकर उजियारो फैलाओ,
आकर उजियारो फैलाओ,
कैलाशी धरती पर,
ज्यूँ बरसे चाँदनिया,
बेगा बेगा आओं गणराज,
उड़िके टाबरिया।।


बेगा बेगा आओ गणराज,
उड़िके टाबरिया।।

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