बालाजी सहारा है ,मेरी आंखों का तारा है-2
मेहंदीपुर में बैठे वो लगे जान से प्यारा है
बालाजी सहारा है………………………..
दुख अपने सुनाऊं में , वो सबकी सुनता है
बाला जी को अपने कहने दो अब मन की
दिलदार हमारा है , भक्तों ने पुकारा है
मेहंदीपुर में बैठा वो ……………….
मेरे दुख के दिनों में बाबा , मुझे दर पर बुलाते हो
कहने की जरूरत क्या , भव पार लगाते हो
वह देख समझ लेता अखियन में जो धारा है
मेहंदीपुर में बैठा वो …………………………….
मैंने जब भी पुकारा है , तूने दिया सहारा है
जीने का मतलब तो , प्रभु बालाजी सहारा है
अब चाहता दीवानों को , बता तेरा सहारा है
मेहंदीपुर में बैठा वो………………………….
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