Current Date: 23 Feb, 2025

बजरंग बली मेरी नाव चली

- Traditional


बजरंगबली मेरी नाव चली,
जरा बल्ली कृपा की लगा देना।
मुझे रोग व शोक ने घेर लिया,
मेरे ताप को नाथ मिटा देना।
बजरंगबली मेरी नाव चली।

मैं दास आपका जन्म से हूँ,
बालक और शिष्य भी धर्म से हूँ,
बेशर्म, विमुख निज कर्म से हूँ,
चित से मेरा दोष भूला देना,
बजरंगबली मेरी नाँव चली।

दुर्बल हूं, गरीब हूं, दीन हूँ में,
नित कर्म-क्रिया गति क्षीण हूं मैं,
बलवीर तेरे आधीन हूं मैं,
मेरी बिगड़ी हुई को बना देना,
बजरंगबली मेरी नाँव चली।

बल देके मुझे निर्भय कर दो,
यश कीर्ति मेरी अक्षय कर दो,
मेरे जीवन को सुखमय कर दो,
संजीवन ला के पिला देना,
बजरंगबली मेरी नाँव चली।

करुणानिधि आपका नाम भी है,
शरणागत आपका दास भी है,
इसके अतिरिक्त ये काम भी है,
श्री राम से मोहे मिला देना,
बजरंगबली मेरी नाँव चली।

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