बजरंग पड़े हुए है दो गज धरण के निचे -२
शिव जी पड़े हुए हे कालीचरण के निचे
बजरंग पड़े हुए है दो गज धरण के निचे
जाना जय सती ने है सत्य की परीक्षा
बालक बनाके तीनो को पूरी की है इच्छा
तीनो पड़े हुए है सती स्थल के निचे
बजरंग पड़े हुए है दो गज धरण के निचे
ब्रम्हा जी के कमंडल से निकली है गंग धारा
भगीरथ के पुरखो को माँ गंगा ने हे तारा
गंगा चढ़ी है ऊपर शिव जी ह उनके निचे
बजरंग पड़े हुए है दो गज धरण के निचे
अर्जुन ने अपने तीर से एक सेतु है बनाया
बलशाली वीर बजरंग ने उस वक़्त है बढ़ाया
बजरंग चले है ऊपर श्याम जी उनके निचे
बजरंग पड़े हुए है दो गज धरण के निचे
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