Current Date: 17 Nov, 2024

बड़ी देर भई नंदलाला

- राकेश काला


बड़ी देर भई नंदलाला,
तेरी राह तके बृज बाला,
ग्वाल बाल एक एक से पूछे,
ग्वाल बाल एक एक से पूछे,
कहाँ हैं मुरली वाला रे,
बड़ी देर भयी नंदलाला,
तेरी राह तके बृज बाला।।

कोई ना जाए कुञ्ज गलिन में,
तुझ बिन कलियाँ चुनने को,
तरस रहे हैं यमुना के तट,
धुन मुरली की सुनने को,
अब तो दरस दिखा दे नटखट,
क्यों दुविधा में डाला रे,
बड़ी देर भयी नंदलाला,
तेरी राह तके बृज बाला।।

संकट में हैं आज वो धरती,
जिस पर तुने जनम लिया,
पूरा करदे आज वचन वो,
गीता में जो तुने दिया,
कोई नहीं हैं तुझ बिन मोहन,
भारत का रखवाला रे,
बड़ी देर भयी नंदलाला,
तेरी राह तके बृज बाला।।

बड़ी देर भई नंदलाला,
तेरी राह तके बृज बाला,
ग्वाल बाल एक एक से पूछे,
ग्वाल बाल एक एक से पूछे,
कहाँ हैं मुरली वाला रे,
बड़ी देर भयी नंदलाला,
तेरी राह तके बृज बाला।।

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