Current Date: 22 Nov, 2024

अयोध्या नगरी हुई निहाल

- Satendra Pathak


उड़ता रंग गुलाल गजब का उड़ता रंग गुलाल 
अयोध्या नगरी हुई निहाल गजब का उड़ता रंग गुलाल 

जनक नंदिनी के संग राघव मिलकर सारे बंधु बांधव 
भरत शतुघ्न संग लक्ष्मण अवध पूरी के नर नारी गण रहे अबीर उछाल 
अयोध्या नगरी हुई निहाल गजब का उड़ता रंग गुलाल 

झाज लिए क़र में बजरंगी ढोल मंजीरा साथी संगी 
नाच रहे विणा ले नारद देवलोक के सुर निसारद गाते मिल चौपाल 
अयोध्या नगरी हुई निहाल गजब का उड़ता रंग गुलाल 

रंग सतेंद्र भंग सब घोली करे अनुज सब हसी ठिठोली 
विश्वामित्र वशिष्ठ मुदित है आज अवध के भाग्य उदित हे सबके रंगे गाल 
अयोध्या नगरी हुई निहाल गजब का उड़ता रंग गुलाल 

उड़ता रंग गुलाल गजब का उड़ता रंग गुलाल 
अयोध्या नगरी हुई निहाल गजब का उड़ता रंग गुलाल
 

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