M:- ए हिन्दू धर्म के लोगो मेरी सुन लो बात जुबानी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
ए हिन्दू धर्म के लोगो मेरी सुन लो बात जुबानी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
कोरस:- छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि -२
M:- अपने सारे देवो का अपमान क्यों हमने कराया
अपने महान देवो को सड़को पे खूब नचाया
अपने सारे देवो का अपमान क्यों हमने कराया
अपने महान देवो को सड़को पे खूब नचाया
भक्ति श्रद्धा को भूले करते है सब मनमानी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
ए हिन्दू धर्म के लोगो मेरी सुन लो बात जुबानी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
कोरस:- छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि -२
M:- अपने पावन तीर्थो को पिकनिक स्पोर्ट बनाया
भगवान् जहाँ बस्ते है गंदगी का ढेर लगाया
अपने पावन तीर्थो को पिकनिक स्पोर्ट बनाया
भगवान् जहाँ बस्ते है गंदगी का ढेर लगाया
कोई तीर्थ धाम ना छोड़ा हर जगह पे लूट मचा दी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
ए हिन्दू धर्म के लोगो मेरी सुन लो बात जुबानी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
कोरस:- छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि -२
M:- हर चीज के ऊपर हम क्यों भगवान् के चित्र लगाते
इस जगह के पालनहारे कूड़े में फेकें जाते
हर चीज के ऊपर हम क्यों भगवान् के चित्र लगाते
इस जगह के पालनहारे कूड़े में फेकें जाते
भगवान पड़े कूड़े में नहीं आते हमको ग्लानि
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
ए हिन्दू धर्म के लोगो मेरी सुन लो बात जुबानी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
कोरस:- छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि -२
M:- मंदिरो में जाना छोड़ा मैखानो को अपनाया
शाकाहारी को भूले और मांस पेट भर खाया
मंदिरो में जाना छोड़ा मैखानो को अपनाया
शाकाहारी को भूले और मांस पेट भर खाया
माँ बाप को देते गाली क्यों उनकी कदर ना जानी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
ए हिन्दू धर्म के लोगो मेरी सुन लो बात जुबानी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
कोरस:- छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि -२
M:- केदारनाथ में भक्तो इसलिए है परलय आयी
भगवान् को भी ना बख्शा गंगा में गंध मचाई
केदारनाथ में भक्तो इसलिए है परलय आयी
भगवान् को भी ना बख्शा गंगा में गंध मचाई
दुष्कर्म की सजा के बदले गंगा ने ली क़ुरबानी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
ए हिन्दू धर्म के लोगो मेरी सुन लो बात जुबानी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
कोरस:- छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि -२
M:- आओ इन सब कमियों को हम मिलकर दूर भगाये
इस हिन्दू धर्म का परचम सारे जग में फैराये
आओ इन सब कमियों को हम मिलकर दूर भगाये
इस हिन्दू धर्म का परचम सारे जग में फैराये
योगेश सभी को मिलकर है धर्म की शान बढ़ानी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
ए हिन्दू धर्म के लोगो मेरी सुन लो बात जुबानी
छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि
कोरस:- छोड़ो सब दुष्कर्मो को ना करो धर्म की हानि -4
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