अगर मैया तेरी,
किरपा ना होती,
गरीबों को दुनिया,
जीने का देती,
अगर मईया तेरी,
किरपा ना होती।।
तर्ज – तुम्ही मेरे मंदिर।
दर दर फिरता,
मैं तो मारा मारा,
तू जो ना देती,
मैया सहारा,
माँ तू सच्चे दिल से जो,
साथ ना देती,
गरीबों को दुनिया,
जीने का देती,
अगर मईया तेरी,
किरपा ना होती।।
युगो युगो से माँ तू,
ममता लुटाए,
रोते हुओं को,
पल में हंसाए,
तू जो अम्बे रानी,
दयालु ना होती,
गरीबों को दुनिया,
जीने का देती,
अगर मईया तेरी,
किरपा ना होती।।
अगर तुम ना भरती,
दीनो की झोली,
ना मनती कभी उनके,
घरो में दिवाली,
सर पे रख के हाथ माँ जो,
खड़ी तू ना होती,
गरीबों को दुनिया,
जीने का देती,
अगर मईया तेरी,
किरपा ना होती।।
अगर मैया तेरी,
किरपा ना होती,
गरीबों को दुनिया,
जीने का देती,
अगर मईया तेरी,
किरपा ना होती।।
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।