आयो आयो नवरात्रि त्यौहार,
दोहा – जब जब भीड़ पड़ी भक्तन पे,
तूने सुनी पुकार,
जिसकी रक्षा तू करे
उसे क्या मारे संसार।
आयो आयो नवरात्रि त्यौहार,
हे रे आयों आयों नवरात्रि त्यौहार,
ओ अंबे मैया तेरी जय जयकार,
हे कर दे कर दे भक्तो का बेड़ा पार,
ओ अंबे मैया तेरी जय जयकार।।
हम तो बालक तेरे माता,
और तू जीवन दाता है,
और तू जीवन दाता है,
कोई उसको छू नही पाता,
तेरी शरण जो आता है,
तेरी शरण जो आता है,
हो आई सिह पे सवार,
तेरी शक्ति अपार,
तुझे अंबे जगदंबे,
जग सारा जाने रे,
हो जाग सारा जाने रे,
आज अपना दिखा दे चमत्कार,
ओ अंबे मैया तेरी जय जयकार,
हे कर दे कर दे भक्तो का बेड़ा पार,
ओ अंबे मैया तेरी जय जयकार।।
विपदा में है देश हमारा,
तू ही बचाने वाली है,
तू ही बचाने वाली है,
आँचल में ये दीप छुपा ले,
आँधी आने वाली है,
आँधी आने वाली है,
हो बैरी पीछे पड़े,
हमे घेरे खड़े,
तुझे अंबे जगदंबे,
जग सारा जाने रे,
देशद्रोही का कर दे बंटाढार,
ओ अंबे मैया तेरी जय जयकार,
हे कर दे कर दे भक्तो का बेड़ा पार,
ओ अंबे मैया तेरी जय जयकार।।
चारो खाने चित्त है दुश्मन,
उसने हमको मान लिया,
उसने हमको मान लिया,
नाचो गाओ मौज मनाओ,
मैया ने कल्याण किया,
मैया ने कल्याण किया,
हे ऐसी देवी ने आज,
रखी भक्तो की लाज,
तुझे अंबे जगदंबे,
जग सारा जाने रे,
नही भूलेंगे तेरा उपकार,
नही भूलेंगे तेरा उपकार,
ओ अंबे मैया तेरी जय जयकार,
हे कर दे कर दे भक्तो का बेड़ा पार,
ओ अंबे मैया तेरी जय जयकार।।
आयो आयो नवरात्रि त्यौहार,
हे रे आयों आयों नवरात्रि त्यौहार,
ओ अंबे मैया तेरी जय जयकार,
हे कर दे कर दे भक्तो का बेड़ा पार,
ओ अंबे मैया तेरी जय जयकार।।
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