आये नो राते मैया के,
पावन नोरातो के दिन आ गए है,
घर आंगन फूलो से मेहका गये है,
नव दुर्गा के आये नवराते
आये नो राते मैया के,
साल में दो बार है आते नवराते,
घर घर में मैया के जगराते,
जगरातों में भेटे सब गा रहे है,
घर आंगन फूलो से मेहका रहे है,
आये नो राते मैया के
सारे जगत में है नो दिन का मेला रे,
चारो तरफ ज्योति का नूर फैला रे,
नर नारी खुशियों से हर्षा रहे है,
घर आंगन फूलो से मेहका रहे है,
आये नो राते मैया के
भक्ति की मस्ती में सब रंग लेते,
नींद को सब अपनी भंग कर लेते है,
माँ का सभी जन दर्श पा रहे है,
घर आंगन फूलो से मेहका रहे है,
आये नो राते मैया के
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