आया मेला श्याम का खाटू जाऊंगा मम्मी क़र तयार निशान उठाऊंगा
जय जय श्री श्याम बोलो जय जय श्री श्याम बोलो
आया मेला श्याम का खाटू जाऊंगा मम्मी क़र तयार निशान उठाऊंगा
छोटे सी एक ध्वजा बना दे बाबा की बाबा के चरणों में चढ़ाके आऊंगा
आया मेला श्याम का खाटू जाऊंगा मम्मी क़र तयार निशान उठाऊंगा
माँ मुझको है लगन लगी उस श्याम सलोने की
मुझको ना दरकार अब किसी खेल खिलोने की
बना दे खीर चूरमा भेट चढ़ाऊंगा मम्मी क़र तयार निशान उठाऊंगा
आया मेला श्याम का खाटू जाऊंगा मम्मी क़र तयार निशान उठाऊंगा
माँ लोरी के बदले में मुझे भजन सुनाया करो
श्याम के हर पर्चे को तुम मुझको बतलाया करो
भजनो से में श्यामधणी पुर जाऊंगा मम्मी क़र तयार निशान उठाऊंगा
आया मेला श्याम का खाटू जाऊंगा मम्मी क़र तयार निशान उठाऊंगा
माँ मुझको अब दिल्ली की न सेर षेर कराया करो
हर महीने ग्यारस मुझको खाटू ले जाया करो
श्याम की सेवा को में कर्म बनाऊंगा मम्मी क़र तयार निशान उठाऊंगा
आया मेला श्याम का खाटू जाऊंगा मम्मी क़र तयार निशान उठाऊंगा
कलयुग में माँ श्यामधणी की महिमा न्यारी है
हारे को ये गले लगता लख दातारि है
संग रसिक में बाबा के दर जाऊंगा मम्मी क़र तयार निशान उठाऊंगा
आया मेला श्याम का खाटू जाऊंगा मम्मी क़र तयार निशान उठाऊंगा
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